पैंतीस वर्ष तक स्वास्थ्य के क्षेत्र में सेवा देकर काफी गौरवान्वित महसूस कर रही हूं – सरिता कुमारी

 

डीएनबी भारत डेस्क

बेगूसराय/बीहट-स्वास्थ्य क्षेत्र में सेवा देना ही मानव जीवन में अपने आप में गौरव का विषय होता है। हम अपने सेवा काल में 35 वर्षों तक स्वास्थ्य क्षेत्र में सेवा देकर काफी गौरवान्वित महसूस कर रही हूं। इस दौरान वैश्विक महामारी कोवीड -19 सहित कई अन्य प्रमुख आपदाएं आई तथा विपरित से विपरित परिस्थितियों में भी उसी प्रकार से सेवा दिया। जिस प्रकार हमने अपने 35 वर्षों के सेवा काल में कभी कोई कोताही नहीं बरती और पूरी तन्मयता से उर्जा के साथ जन-मानस का सेवा किया, यही हमारी सेवा काल के कमाई का सबसे बड़ा जमा पूंजी है।जिसे मैं अपनी जीवन के आखिरी पल तक सहेज कर रखूंगी।

उक्त बातें उन्होंने हेल्थ वेलनेस सेंटर कम स्वास्थ्य उपकेंद्र बथौली में आयोजित सम्मान सह विदाई समारोह को सम्बोधित करते हुए कहीं। मौके पर बीएमसी युनीसेफ सुधीर कुमार, एएनएम मंजू कुमारी, नूतन कुमारी, निशा कुमारी, कंचन कुमारी , टीकाकरण कोरियर धर्मवीर कुमार, आंगनवाड़ी सेविका मानवी कुमारी, ममता कुमारी, पूनम कुमारी, साजदा खातून, संगीता कुमारी, कुमारी मीना राय, पुतुल कुमारी, शैल कुमारी, आशा फेसलीटेटर संगीता कुमारी, आशा कार्यकर्ता धर्मशिला देवी , पिंकी कुमारी, मीना देवी, जैमून खातून, जहाना ख़ानम, सगुफता नेमत रिजवाना, अनिता कुमारी सहित अन्य उपस्थित थे।

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उन्होंने बताया कि हमने सबसे प्रथम जिले के खोदाबन्दपूर में 19 वर्षों तक सेवा दिया। जिसके बाद बछवाड़ा प्रखण्ड गई थी। जहां से वर्ष 2013 में स्थानांतरित होकर बरौनी प्रखण्ड आईं। जहां बरौनी प्रखण्ड क्षेत्र अंतर्गत हेल्थ वेलनेस सेंटर कम बथौली स्वास्थ्य केन्द्र में आज़ तक निर्भीक होकर सेवा दे रही हूं। बथौली एवं बरौनी प्रखण्ड के अधिकारियों, कार्यालय कर्मियों,स्वास्थ्य कर्मियों, कोरियर,आंगनवाड़ी सेविका, आशा कार्यकर्ताओं,जन-मानस का दिया हुआ स्नेह हमें जीवन के हर पल कूरेदता रहेगा। यही हमारे अवकाश काल में हमें स्वस्थ्य और समृद्ध बनाने में अमृत साबित होगा।

उन्होंने आखिरी वाक्य में कहा कि स्वास्थ्य जीवन का अमूल्य धरोहर है इसे सभी को बचाकर रखना होगा। स्वास्थ्य के क्षेत्र में कोई कोताही और धांधली नहीं होनी चाहिए।आम आवाम को राज्य एवं केन्द्र सरकार द्वारा दी जाने वाली सभी स्वास्थ्य सुविधाओं का शत-प्रतिशत लाभ लेना चाहिए। संस्थागत प्रसव होने से बच्चों को जन्म के समय पड़ने वाली सभी टीकाएं स्वास्थ्य संस्थानों में लगाई जाती है। वहीं समारोह को संबोधित करते हुए बीएमसी युनीसेफ सुधीर कुमार ने कहा कि एएनएम सरिता कुमारी अपने कार्यकाल में काफी अनुभव प्राप्त किए हैं।

जरूरत है इस समय हमें इनके अनुभवों को संग्रहित कर जीवन चरित्र में अनुकरण करने की। दृढ़ विश्वास के साथ इन्होंने धैर्य और कुशलतापूर्वक अपने सेवा काल का सम्मान किया। यह परिवार के मुखिया समान थे हमलोगों के बीच। इन्हें सम्मानित कर हमें काफ़ी गौरव महसूस हो रहा है। इस दौरान उपस्थित सभी कर्मियों ने उपहारों से लाद दिया अपने हर दिल अज़ीज़ एएनएम सरिता कुमारी को। वहीं उनके उज्वल भविष्य, स्वस्थ और दृघायू जीवन के मंगलमय होने की कामना किया।

बेगूसराय बीहट संवाददाता धरमवीर कुमार की रिपोर्ट

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