छठ पर्व को लेकर बीडीओ एवं सीओ ने किया विभिन्न छठ घाटों का किया निरीक्षण, 44 घाटों में एक प्रतिबंधित, ग्यारह खतरनाक घाट शामिल

 

वीरपुर प्रखंड क्षेत्र में कूल 44 छठ घाट हैं। जिसमें से एक प्रतिबंधित और 11 छठ घाटों को खतरनाक छठ घाट घोषित किया गया है।

डीएनबी भारत डेस्क

बेगूसराय जिले के वीरपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी आलोक रंजन व अंचलाधिकारी ललीता कुमारी ने लोक आस्था का महा पर्व छठ को लेकर शनिवार को विभिन्न छठ घाटों का निरीक्षण किया। जिसमें प्रतिबंधित, सवेदनशीत, अतिसंवेदनशील छठ घाट शामिल हैं।

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निरीक्षण के दौरान पदाधिकारियों ने बुढीगंडक नदी के डिह पंचायत स्थित तकीया प्रतिबंधित छठ घाट पर छठव्रतियों से आग्रह करते हुए कहा कि अस्ताचलगामी व उद्याचलगामी के दौरान भगवान भास्कर को अर्घ देते समय नदी तट के किनारे रहकर पूजा अर्चना करें। जिससे आप लोग सुरक्षित रहते हुए छठ पर्व धुम धाम मना सकें। इस घाट पर दो फीट के बाद एका एक 16 से 20 फीट पानी रहने से खतरा होने की संभावना को टाला नहीं जा सकता है।

इस लिए इस घाट को प्रति बंधित छठ घाट घोषित किया गया है। उक्त पदाधिकारियों ने यह भी बताया कि प्रखंड क्षेत्र के बुढीगंडक नदी,बलान नदी,बैंती नदी,खैय और कुरनामा जलाशय समेत अन्य जगहों पर भी सुर्य को अर्घ दिया जाता है। वीरपुर प्रखंड क्षेत्र में कूल 44 छठ घाट हैं। जिसमें से एक प्रतिबंधित और 11 छठ घाटों को खतरनाक छठ घाट घोषित किया गया है।

घोषित सभी घाटों पर ब्रेकिंग, प्रकाश की उत्तम व्यवस्था,साफ सफाई,नाव और नाविकों के अलावे गोताखोरों की व्यवस्था के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों को निर्देशित किया गया है। पदाधिकारियों ने विभिन्न छठ घाटों की जायजा लेने के दौरान लोगों से अपील करते हुए कहा कि भीड़ भाड़ के इलाकों में,छठ घाटों पर पटाका नहीं फोरें।

 

बेगूसराय वीरपुर संवाददाता गोपल्लव झा की रिपोर्ट

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