बिहार सरकार के मंत्री आलोक कुमार मेहता ने धर्मांतरण को जायज बताते हुए बयान दिया था, इसी बयान का खंडन गिरिराज सिंह ने अपने बेबाक अंदाज में किया।
डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय सांसद सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने एक बार फिर बिहार सरकार एवं उनके मंत्रियों को नसीहत देते हुए कहा है कि जायज और नाजायज की परिभाषा कुर्सी पर बैठकर ना करें। गौरतलब है कि बिहार सरकार के मंत्री आलोक कुमार मेहता ने धर्मांतरण को जायज बताते हुए बयान दिया था। इसी बयान के खंडन में गिरिराज सिंह ने कहा है कि आज भारत में मौजूद कट्टरपंथी भारत को इस्लामिक देश बनाने की साजिश कर रहे लोगों के द्वारा प्रलोभन देकर लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है।उन्होंने कहा कि सत्ता आती रहेगी जाती रहेगी लेकिन सनातन धर्म की परिभाषा बदलने की कोशिश सदन में बैठे लोगों को नहीं करनी चाहिए।
वहीं उन्होंने राहुल गांधी के बयान पर कहा कि भारत तपस्वी का देश रहा है और हम लोग सनातन धर्म को मानने वाले लोग हैं और आज नरेंद्र मोदी की तपस्या ही है कि भारत आज देश एवं विदेश में अपना परचम लहरा रहा है । लेकिन यहां कुछ लोगों को यह बात रास नहीं आ रही है और वह सदैव मोदी को नीचा दिखाने के प्रयास में लगे रहते हैं।
वहीं उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उनकी बातों को महत्व देना बेकार है। क्योंकि अन्ना आंदोलन के समय केजरीवाल ने अपने बेटे का शपथ खाकर कहा था कि हम राजनीति में कभी नहीं आउंगा। उन्होंने अन्ना हजारे को ही पीठ दिखाते हुए राजनीति में अपना कदम जमाया। उनके द्वारा कही जाने वाली सभी बातें बेबुनियाद और ढ़कोसली है। उनके उपर कोई चर्चा करना व्यर्थ समय बरबाद करना है।
दरअसल केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह इन दिनों अपने चार दिवसीय दौरे पर बेगूसराय में हैं और यहां उन्होंने क्षेत्र में हो रहे विकास में केंद्र सरकार के योगदान को गंभीरता से मीडिया के सामने प्रस्तुत किया और कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा बेगूसराय के विकास के लिए लाखों करोड़ों रुपए खर्च किए गए हैं लेकिन बिहार सरकार और विपक्ष आज उल्टे केंद्र सरकार पर ही सवाल खड़े कर रही है।
बेगूसराय संवाददाता सुमित कुमार बबलू