बच्चे को 26 मार्च से आईसीयू में भर्ती था। जिसकी देखरेख बच्चे के मामा कर रहे थे। बच्चा जब पूरी तरह से स्वस्थ हो गया। तब बच्चे की मां को दूध पिलाने के लिए कहा गया।जैसे बच्चे की मां ने दुध पिलाना शुरू किया उसे बच्चे की जगह बच्ची दिया गया।
डीएनबी भारत डेस्क
बिहार थाना क्षेत्र इलाके के भैंसासुर चौक स्थित एक निजी क्लीनिक में नवजात बदलने का मामला सामने आया है। घटना के संबंध में पीड़ित प्रसूति महिला सिंकी देवी ने बताया कि उसने गिरियक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 25 मार्च को एक नवजात बच्चे को जन्म दिया । 26 मार्च को अचानक नवजात बच्चे की तबीयत खराब हो गई।
जिसे इलाज के लिए परीजनों के द्वारा बिहारशरीफ के भैसासुर चौक स्थित निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।बच्चे को 26 मार्च से आईसीयू में भर्ती था। जिसकी देखरेख बच्चे के मामा कर रहे थे। बच्चा जब पूरी तरह से स्वस्थ हो गया। तब बच्चे की मां को दूध पिलाने के लिए कहा गया।जैसे बच्चे की मां ने दुध पिलाना शुरू किया उसे बच्चे की जगह बच्ची दिया गया। जिसके बाद प्रसूति महिला ने नवजात बच्चे को जन्म देने की बात कही। इसी बात को लेकर नवजात बच्चे के परिजनों के द्वारा निजी क्लिनिक में हंगामा भी किया।
हंगामे को देख सदर डीएसपी डॉ शिबली नोमानी खुद मामले की जांच को लेकर निजी क्लीनिक पहुंच चुके हैं। सदर डीएसपी डॉ शिब्ली नोमानी ने बताया कि परिजनों का आवेदन लिया गया है और इस घटना को लेकर जांच टीम बनाकर मामले का जांच किया जाएगा। दस्तावेज के जांच के बाद ही मामला स्पष्ट हो पाएगा। नवजात की मां सिंकी देवी रो रो कर बच्चे को जन्म देने की बात कह रही है। अब सवाल यह उठता है एक मां की ममता अपने नवजात के लिए कैसे धोखा खा सकती है।
ऋषिकेश संवाददाता नालंदा