नालंदा पुलिस ने 3 साइबर ठग को 108 एटीएम और क्लोन मशीन के साथ किया गिरफ्तार

नालंदा एसपी के निर्देश पर की गई कार्रवाई में एटीएम का क्लोन बनाकर लाखो का निकासी करने वाले को किया गिरफ्तार।

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नालंदा एसपी के निर्देश पर की गई कार्रवाई में एटीएम का क्लोन बनाकर लाखो का निकासी करने वाले को किया गिरफ्तार।

डीएनबी भारत डेस्क 

नालंदा जिला पुलिस कप्तान के निर्देश पर की गई कार्रवाई में जिला पुलिस टीम ने एक बड़े साइबर ठग गिरोह का पर्दाफाश किया है और इस मामले में 3 साइबर ठग को भी गिरफ्तार करने में नालंदा पुलिस को सफलता मिली है। जिसके पास से 108 एटीएम कार्ड और एटीएम क्लोन बनाने का मशीन भी बरामद किया है। बताते चलें कि इन दिनों साइबर अपराधी द्वारा एटीएम के अंदर अपना टोल फ्री नंबर चिपका देते हैं। ताकि किसी भी व्यक्ति को एटीएम संबंधित कोई परेशानी होने पर उस नंबर पर फोन कर सहायता लेने की स्थिति में साइबर ठग पूरी जानकारी लेकर उनका एटीएम को हैक कर लेते हैं।

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कुछ ऐसा ही मामला लहेरी थाना क्षेत्र के अस्पताल चौराहा स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम में हुआ। जहां बिजली विभाग के कर्मचारी राजकुमार 22 दिसंबर को एटीएम के अंदर पैसा निकासी के लिए पहुंचा और जैसे ही अपना एटीएम मशीन में डाला तो एटीएम उसी में फस गया। जिसके बाद वह दिए गए टोल फ्री नंबर पर कॉल किया। जिसके बाद उस नंबर से तीन से चार बार पिन कोड डालने की बात कही और इसके बाद भी एटीएम नहीं निकल पाया जिसके कारण वह वापस लौट गया और थोड़ी ही देर बाद उसके खाते से डेढ़ लाख की निकासी हो गई।

जिसके बाद पीड़ित राजकुमार ने इस संबंध में लहरी थाना में मामला दर्ज कराया। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस पूरे मामले की वैज्ञानिक अनुसंधान किया और पुलिस पदाधिकारी के निर्देश पर नवादा जिला के नारदीगंज थाना पुलिस के सहयोग से छापेमारी किया। जहां से गौरव कुमार, सोनू कुमार और चंदन कुमार को गिरफ्तार किया। डीएसपी शिवली नोमानी ने बताया कि ये साइबर ठग एटीएम कार्ड के मशीन में फेविकोल डाल देते हैं ताकि उसका एटीएम मशीन में फंस जाए और उसका सारा डिटेल फेविकोल में चिपक जाए और उसी के माध्यम से ये लोग क्लोन बना लेता था और पिन कोड तो पहले ही लोग को पता लग जाता था जिसके बाद मोटी रकम की निकासी करता था। पुलिस की सक्रियता के कारण आज ये लोग पकड़ा गया है।

नालंदा संवाददाता ऋषिकेश 

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