मुख्यमंत्री के प्रस्तावित समाधान यात्रा को लेकर सौंदर्यीकरण का कार्य तेजी से, प्रखंड परिसर में बने जिर्णशीर्ण भवनों को तोड़ने से स्थानीय किसानों में काफी नाराजगी

पदाधिकारी के द्वारा सौंदर्यीकरण के नाम पर किसानों के वितरण के लिए पुराने भवन में रखे गए नलकूप के लोहे के पाइप को मलबे में दबाना किसानों के हित में नहीं

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मुख्यमंत्री के प्रस्तावित समाधान यात्रा को लेकर सौंदर्यीकरण का कार्य तेजी से,
प्रखंड परिसर में बने जिर्णशीर्ण भवनों को तोड़ने से स्थानीय किसानों में काफी नाराजगी 

डीएनबी भारत डेस्क 

बेगूसराय जिले में मुख्यमंत्री के प्रस्तावित आगामी 16 फरवरी को समाधान यात्रा को लेकर बछवारा प्रखंड कार्यालय परिसर में तेजी से सौंदर्यीकरण का कार्य किया जा रहा है। सभी भवनों को रंग रोगन सड़क मरम्मत आदि का तेजी से काम किया जा रहा है। वही बछवारा प्रखंड परिसर में बने जिर्णशीर्ण भवनों को तोड़ा जा रहा है। वही इस भवन को तोड़ने के बाद वहां के स्थानीय किसानों में काफी नाराजगी देखी जा रही है।

बताते चलें कि बछवारा प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित पीएचइडी भवन को तोड़ने का कार्य प्रारंभ किया गया है। साथ ही भवन में रखे किसानों को अनुदानित दर पर दिए जाने वाले नलकूप पाइप को मलबे के अंदर दबाया जा रहा है। नलकूप पाइप को मलबे के अंदर दबाए जाने को लेकर क्षेत्र के किसानों में काफी आक्रोश उत्पन्न हो चुका है।

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किसानों ने स्थानीय प्रशासन से उक्त नलकूप पाइप को क्षेत्र के किसानों के बीच वितरण करने की मांग कर रहे हैं। किसान विजय शंकर दास ने बताया है कि मुख्यमंत्री का आगमन को लेकर लोगों में काफी खुशी है। लेकिन पदाधिकारी के द्वारा सौंदर्यीकरण के नाम पर किसानों के वितरण के लिए पुराने भवन में रखे गए नलकूप के लोहे के पाइप को मलबे में दबाना किसानों के हित में नहीं है। उन्होंने कहा कि किसान खेत में नलकूप लगाने के लिए प्रखंड कार्यालय का लगातार चक्कर लगाते रहते हैं।

लेकिन किसानों को पाइप नहीं दिया जाता है। लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आगमन को लेकर आज लाखों रुपए की पाइप को मलबे में दबाया जा रहा है। जिससे किसानों में काफी आक्रोश देखी जा रही है। वहीं किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि सभी पाइपों को किसानों के बीच वितरण किया जाए।

बेगूसराय संवाददाता सुमित कुमार (बबलू)

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