लालू परिवार के भ्रष्टाचार से मुख्यमंत्री ने किया समझौता – साबरी

 

लालू प्रसाद से हाथ मिलाने पर जदयू का अतिपिछड़ा वोट खिसका

डीएनबी भारत डेस्क

समस्तीपुर जिले के उजियारपुर -भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के पुर्व प्रदेश प्रवक्ता रुमान अहमद साबरी  ने कहा कि मुख्यमंत्री अपने राजनितिक महत्वकांक्षा के कारण लालू परिवार के भ्रष्टाचार से समझौता कर लिया है इसलिए वे रेलवे की नौकरी के बदले लोगों की जमीन लिखवाने मामले में अपने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से अब बिंदु वार ज़वाब नहीं मांगते। वे केजरीवाल की तरह अपने सहयोगी मंत्री के गिरफ्तारी का इंतजार कर रहे हैं।

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श्री साबरी ने कहा कि राजद के साथ पिछली पारी में मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने भ्रष्टाचार के मामले में तेजस्वी यादव का नाम आने पर उनसे अकेले में बात की थी और सभी आरोपों का जवाब नहीं मिलने पर जुलाई 2017 में स्वयं पद से इस्तीफा दे कर गठबंधन तोड़ दिया था लेकिन अब न तो जवाब मांगते हैं और नहीं सफाई देते हैं। साबरी ने आगे कहा कि 6 साल बाद फिर मुख्यमंत्री के सामने वही परिस्थिति है और लोग भी वही हैं लेकिन इस बार प्रधानमंत्री बनने का सपना उन्हें चुप रहने को विवश कर रहा है। लालू प्रसाद ने अतिपिछड़ा वर्ग को आरक्षण न देकर अपमानित किया था।

बाद में नीतीश कुमार के राजद से हाथ मिलाने और तेजस्वी यादव को अपना उत्तराधिकारी घोषित करने के कारण अतिपिछड़ों ने जदयू और महागठबंधन से किनारा कर लिया। अतिपिछड़ा जनाधार पूरी तरह भाजपा के साथ आ चुका है। श्री साबरी बरी ने कहा कि भाजपा ने अतिपिछड़ा समाज से आने वाले नरेंद्र भाई मोदी को प्रधानमंत्री बनाकर अतिपिछड़ा वर्ग को सम्मान दिया और इस वर्ग का विश्वास जीता।

उन्होंने ‌अतिपिछडा समाज से अपील की कि 24 जनवरी को पटना के मिलर स्कूल मैदान में भाजपा की ओर से आयोजित कर्पूरी ठाकुर जन्मशती समारोह में शामिल हो कर इसे ऐतिहासिक बनाएँ। पार्टी हर जिले में कर्पूरी जयंती मना रही है।  उन्होंने आगे कहा कि 2014 के संसदीय चुनाव में अतिपिछड़ा वर्ग ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए वोट दिया था। जदयू को केवल 2 सीट मिली थी। 2024 में अतिपिछड़ा विरोधी जदयू जीरो पर आउट हो जाए गई।

समस्तीपुर संवाददाता अफरोज आलम की रिपोर्ट

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