झमटिया धाम गंगा घाट पर सैरात वसूली करने वाले बंदोवस्तदार व स्थानीय रैयत के बीच ठने विवाद का हुआ पटाक्षेप, विधानसभा में गूंजा मामला
डीएनबी भारत डेस्क
बिहार विधान परिषद सदस्य राजीव कुमार एवं सरकार के बीच सदन में हुए सवाल जवाब के बाद मिथिलांचल का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल झमटिया धाम गंगा घाट पर सैरात वसूली करने वाले बंदोवस्तदार व स्थानीय रैयत के बीच ठने विवाद का पटाक्षेप लगभग हो चुका है। उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ वर्षों से बन्दोवस्तदार के द्वारा गुप्ता बांध से गंगा तट तक सड़क के दोनों किनारे दुकान लगवाकर सैरात की वसूली कराई जाती है।
जिसके कारण निजी भू-स्वामियों को अपने जमीन तक आवागमन करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उक्त समस्या को लेकर स्थानीय रैयतों व समाजसेवियों के द्वारा लगातार इसके विरोध स्वरूप संघर्ष किया जाता रहा है। मामले को बेगूसराय स्थानीय प्राधिकार विधान परिषद सदस्य राजीव कुमार नें गंभीरता से लेते हुए सदन के पटल पर रखा। प्रश्नोत्तरी काल के दौरान सरकार का प्रतिनिधित्व करते हुए राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री ने जबाव दिया कि समाहर्ता बेगूसराय के प्रतिवेदनानुसार सहायक निदेशक भू-अर्जन व निदेशक भू-अर्जन निदेशालय पटना के द्वारा झमटिया धाम गंगा घाट मेला का निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के आलोक में समर्पित संयुक्त प्रतिवेदन में इस आशय की अनुशंसा की गई है कि सैरात की जमीन में पीसीसी सड़क के उदगम स्थल के दोनों ओर बीस-बीस फिट रास्ता छोड़कर घाट तक पुर्व की तरह दुकानें अवस्थित रहेगी। जिससे सैरात की वसूली जारी रखने की अनुशंसा की जाती है। दोनों ओर पीसीसी सड़क के उदगम स्थल पर छोड़े गए स्थानों से स्थानीय रैयत चाहे तो वे अपने जमीन में जाने के लिए रास्ता विकसित कर सकते हैं।
जिसपर स्थानीय प्रशासन को कोई आपत्ती नही होनी चाहिए। झमटिया घाट मेला को लेकर लगातार संघर्ष करने वाले समाजसेवी लालबहादुर यादव ने सरकार को धन्यवाद देते हुए इसे आंशिक सफलता करार दिया है। वहीं समाजसेवी दिग्गज कुमार राय, अमरजीत यादव, राहुल कुमार राय, अमीत यादव, चंदन कुमार यादव आदि ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए एमएलसी राजीव कुमार को धन्यवाद दिया है।
डीएनबी भारत डेस्क