गृष्मकालीन सत्र के दौरान प्रेरण सत्र आयोजित

डीएनबी भारत डेस्क 

ग्रीष्मकालीन सत्र के प्रतियोगी छात्र- छात्राओं के बीच गणेशदत्त महाविद्यालय, बेगूसराय स्थित प्राक परीक्षा प्रशिक्षण केंद्र के ग्रीष्मकालीन सत्र के प्रतियोगी छात्र- छात्राओं के बीच प्रेरण सत्र का आयोजन किया गया। प्रेरण सत्र की अध्यक्षता गणेशदत्त महाविद्यालय बेगूसराय क प्रभारीे प्रधानाचार्य डॉ राजेन्द्र साह ने की। स्वागत भाषण केंद्र के निदेशक डॉ शशिकांत पांडेय ने किया। जबकि मंच संचालन डॉ कुंदन कुमार ने किया।

इस अवसर पर प्राक परीक्षा प्रशिक्षण केंद्र के नए सत्र का शुभारंभ जिला कल्याण पदाधिकारी मनोज अग्रवाल, सदर बीडीओ रविशंकर कुमार, गणेशदत्त महाविद्यालय बेगूसराय के प्रभारी प्रधानाचार्य डॉ राजेन्द्र साह, डॉ देवनीति सिन्हा, डॉ भूपेन्द्र नारायण, प्राक परीक्षा के निदेशक डॉ शशिकांत पांडेय के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर प्रेरण सत्र को संबोधित करते हुए सदर बीडीओ रविशंकर कुमार ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अपने हालातों पर नहीं जाएं बल्कि उस परिस्थिति में आप चुनौतियों का सामना कैसे कर सकते हैं, इस पर विमर्श करें।

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आपको लगातार प्रश्नों को देखना होगा, क्योंकि प्रश्नों के पैटर्न में बदलाव हो रहे हैं। पिछले 10 वर्षों के प्रश्न को आपको देखना होगा। उन्होंने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए धैर्य आवश्यक है। साथ ही सोशल मीडिया के प्रभाव से आपको बचने की जरूरत है। जिला कल्याण पदाधिकारी मनोज अग्रवाल ने बिहार सरकार के कल्याण विभाग से संबंधित योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि आपको सबसे पहले दिमाग से सफल होना है। जब तक आप लक्ष्य को तय नहीं करेंगे आप केंद्रित नहीं हो पाएंगे। कहा कि केवल ज्ञान के ही आधार पर आप प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल नहीं हो सकते हैं बल्कि इसके लिए सतत रूप से अभ्यास करने की आवश्यकता है।

डॉ देवनीति प्रसाद सिन्हा ने कहा कि आपको पाठ्यक्रम, उससे संबंधित किताबों और प्रश्न पत्रों को समझना होगा। विषय वार और पूछे गए प्रश्नों को भी तैयार किये जाने की आवश्यकता है। कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बहुत ज्यादा चिंतित होने की जरूरत नहीं है बल्कि चिंतन और मनन करने की आवश्यकता है। आमतौर पर प्रतियोगी छात्र पूरी रात जग-जग कर मेहनत करते हैं जो सही नहीं है। प्रेरण सत्र की अध्यक्षता करते हुए प्रभारी प्रधानाचार्य डॉ राजेंद्र साह ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाएं कठिन हैं लेकिन उसमें आप के लिए एक सीट रिक्त है जिसके लिए आपको मेहनत करने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि जीवन यापन और प्रतियोगी परीक्षा दोनों के लिए समयानुसार कार्य करने की आवश्यकता है। स्वागत भाषण करते हुए निदेशक डॉ शशिकांत पांडेय ने कहा कि जीवन में कभी आपको घबराने की जरूरत नहीं है बल्कि सही दिशा में मेहनत करें। यह केंद्र आपके उज्जवल भविष्य के लिए सतत प्रयास करता रहेगा। धन्यवाद ज्ञापन करते हुए डॉ अमिय कृष्ण ने कहा कि प्रतियोगी छात्र-छात्राओं को बेहतर अवसर मिला है। इसके लिए आपको सतत अभ्यास करने की जरूरत है। साथ ही आपको अपने पाठ्यक्रम से लगातार जुड़ने की आवश्यकता है। 

इस अवसर पर बीपीएससी में सफल शिक्षकों में स्मिता कुमारी, स्वाति कुमारी, प्रिंस कुमार को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अतिथियों को अंगवस्त्र और पौधा भेंटकर सम्मानित किया गया।

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