बेगूसराय में ग्रामीण डाक सेवक संघ के बैनर तले ग्रामीण डाक सेवकों ने दिया एकदिवसीय धरना

पूरे भारतवर्ष में तीन लाख बीस हजार ग्रामीण डाक सेवक हैं जो केंद्र सरकार के अधीन आते हैं। लेकिन आज तक इन्हें संपूर्ण कर्मचारी का दर्जा नहीं दिया गया है।

पूरे भारतवर्ष में तीन लाख बीस हजार ग्रामीण डाक सेवक हैं जो केंद्र सरकार के अधीन आते हैं। लेकिन आज तक इन्हें संपूर्ण कर्मचारी का दर्जा नहीं दिया गया है।

डीएनबी भारत डेस्क 

बेगूसराय में आज ग्रामीण डाक सेवक संघ के बैनर तले ग्रामीण डाक सेवकों ने एक दिवसीय धरना दिया तथा अपनी मांगों को रखा। ग्रामीण डाक सेवकों का कहना है की आज पूरे भारतवर्ष में तीन लाख बीस हजार ग्रामीण डाक सेवक हैं जो केंद्र सरकार के अधीन आते हैं। लेकिन आज तक इन्हें संपूर्ण कर्मचारी का दर्जा नहीं दिया गया है । आलम यह है कि विभाग के द्वारा समय-समय पर टारगेट पूरा करने के निर्देश तो दिए जाते हैं लेकिन सुविधाओं के नाम पर विभाग मुंह मोड़ लेती है।

Midlle News Content

आज प्रतिस्पर्धा के इस दौर में डाक विभाग के वरीय पदाधिकारियों के द्वारा कहा जाता है कि इतने खाताधारकों को लाना है। दी गई सीमा तक बीमा पॉलिसी को भी बढ़ाना है एवं अन्य सेवा शर्तों के द्वारा ग्रामीण डाक सेवकों का शोषण किया जा रहा है। जबकि ना तो उनके वेतन में वृद्धि की गई है और ना ही उन्हें अन्य सुविधाएं दी जा रही हैं।

सरकार के द्वारा पूर्व में कमलेश चंद्र कमिटी का गठन किया गया था और जब कमलेश चंद्र की कमेटी ने जो रिपोर्ट दी उस आलोक में भी वर्षों बीत जाने के बाद भी सरकार के द्वारा मांगों को पूरा नहीं किया गया है। इन्हीं मांगों को लेकर आज ग्रामीण डाक सेवक एक दिवसीय धरना पर बैठे हैं। समय रहते अगर उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया गया तो आगे भी ग्रामीण डाक सेवक आंदोलन करने को विवश होंगे।

बेगूसराय संवाददाता सुमित कुमार बबलू

- Sponsored -

- Sponsored -