बेगूसराय सिमरिया गंगा घाट पर कार्तिक पूर्णिमा के दिन 10 घण्टे में 16 घाटों पर 2 लाख से अधिक लोगों ने किया गंगा स्नान
सिमरिया गंगा धाम पवित्र घाट पर अस्था की डुबक लगाने उमरा श्रद्धालुओं का जनसैलाब।
सिमरिया गंगा धाम पवित्र घाट पर अस्था की डुबक लगाने उमरा श्रद्धालुओं का जनसैलाब।
डीएनबी भारत डेस्क
सिमरिया धाम की उत्तर वाहिनी गंगा तट पर कार्तिक पूर्णिमा के दिन पवित्र गंगा स्नान का विशेष महत्व है। वैसे गंगा स्गंनान का हर दिन विशेष महत्व होता है। लेकिन किसी विशेष शुभ दिन गंगा स्नान को सिमरिया गंगा घाट पर देश के विभिन्न हिस्सों से आए लगभग 2 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किया गंगा स्नान। लगातार 12 घण्टे तक सिमरिया धाम के 16 घाटों पर स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई। हर-हर गंगे, गंगा मैया की जयकारा से सम्पूर्ण गंगा तट भक्तिमय माहौल से सराबोर था। सिमरिया धाम गंगा तट से लेकर बरौनी और बेगूसराय तक केवल और केवल गंगा स्नान करने वाले लोगों की आवाजाही देर शाम तक लगी रही। ठहर -ठहर कर छोटी गाड़ियां सिमरिया घाट पार्किंग स्थल की ओर सरकती रही।
कि करब जप तप जोग धियाने, जनम किरतार्थ एकही स्नाने…
मिथिला के महाकवि विद्यापति ने गंगा स्नान की महत्ता को ध्यान में रखते हुए लिखा था कि करब जप तप जोग धियाने.. आज उसी को जीते हुए ना केवल मिथिला वासी बल्कि सम्पूर्ण उत्तर भारत समेत नेपाल के लोगों ने कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान कर अपने जन्म जन्मान्तर के मंगल जीवन की कामना की। खासकर नेपाल के अलग अलग जिलों से आये लगभग 2 लाख से अधिक लोगों ने भी गंगा स्नान किया। इसके साथ ही मधुबनी, दरभंगा, सीतामढ़ी, सहरसा, मधेपुरा, कटिहार, पूर्णिया, समस्तीपुर, सुपौल, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय के लोगों का हुजूम देर शाम तक गंगा स्नान के लिए पहुंचता रहा।
मंगलवार की देर रात से ही शुरू हुआ भगतैय
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर प्रति वर्ष सिमरिया गंगा तट पर भगतई करने वाले महिला और पुरुषों की संख्या काफी रही। खास करके इस वर्ष लगभग 5 सौ से अधिक महिला और पुरुषों को भगतैय करते देखा गया। सबसे ज्यादा नेपाल से आए श्रद्धालुओं द्वारा मंगलवार की देर रात से ही भगतैय शुरु होकर बुधवार की शाम तक चलता रहा। जगह-जगह झुंड बनाकर अपनी-अपनी मंडली में महिलाएं और पुरुष मानर, मृदंग, झाल, करताल और डंडे के सहारे झूमते देखे गए। इस संबंध में नेपाल से आए गंगा ठाकुर कहते हैं कि ये महिलाएं सतवन करते हुए पवित्र गंगा में स्नान कर अपने घर को लौट जाएगी। वहीं लहान नेपाल से आए अशोक साहू ने कहा कि हमारे यहां के लोग सिमरिया गंगा तट को पवित्र भूमि मानते हुए सभी तरह के पाप से मुक्ति के लिए गंगा स्नान कर अपने आप को पुण्य का भागी मानते रहे हैं ।
सिमरिया धाम जाने का वन वे व्यवस्था रहा कारगर।
जिला प्रशासन द्वारा कार्तिक पूर्णिमा को लेकर सिमरिया धाम पर सुरक्षा एवं सुविधा की विशेष व्यवस्था का पूरा ख्याल रखा गया था। वहीं बरौनी प्रखण्ड सीओ सुजीत सुमन द्वारा काफी तत्परता से लगातार राजकीय कल्पवास मेला क्षेत्र व गंगा घाट की पेट्रोलिंग करते देखा गया। गंगा स्नान को आने वाले श्रद्धालुओं के लिए वनवे व्यवस्था के तहत कुंभ द्वार से बिंदटोली के रास्ते गंगा तट और वापसी के लिए सीढ़ी घाट के रास्ते का रूट निर्धारित किया गया था। जिसके कारण स्नान का मुख्य घाट का एरिया निर्माणाधीन सिक्सलेन पुल के पूरब और पश्चिम ही रहा। वहीं बरौनी बीडीओ वीरेन्द्र कुमार, सीओ सुजीत सुमन, चकिया ओपी अध्यक्ष दिवाकर कुमार सिंह, एफसीआई ओपी पल्लव, जीरोमाइल ओपी अध्यक्ष उदयशंकर सहित अन्य पदाधिकारी ड्यूटी पर मुस्तैद दिखे। इस दौरान सिमरिया घाट संवेदक दिलीप कुमार भी घाट पर सुविधा व्यवस्था की निगरानी करते देखे गये।
50 लाख से अधिक का हुआ व्यवसाय।
लाखों लोगों की उपस्थिति से सिमरिया धाम से लेकर हर तरफ जाने वाली सड़क किनारे की छोटी बड़ी दुकानों पर भीड़ लगी रही। श्रद्धालुओं के खानपान, भोजन, परिवहन, रहन-सहन, नास्ता, पानी, चाय को लेकर कार्तिक पूर्णिमा का स्नान के दौरान लगभग 50 लाख व्यवसाय का अनुमान लगाया जा रहा है। पूर्णिमा स्नान को आने वाले श्रद्धालुओं को ध्यान में रखकर वाहन पार्किंग की व्यवस्था की गई थी। लगभग 3 हजार से अधिक वाहनों की आवाजाही का क्रम जारी रहा।
सिमरिया घाट संवेदक दिलीप कुमार कहते हैं घाट पर लोगों के आने का सिलसिला मंगलवार की शाम से ही शुरू हो गया जो शुक्रवार की देर रात तक चलेगा। भीड़ के कारण और प्रशासन द्वारा एनटीपीसी गेट पर ही बहुत छोटे एवं बड़े पैसेंजर वाहनों के रोक देने के कारण सैकड़ों वाहन से शुल्क नहीं लिया जा सका। जिससे घाट संवेदक को नुकसान भी हुआ है। वहीं सिमरिया घाट के सभी होटलों में 24 घंटे भोजन का दौर चलता रहा। फुटकर विक्रेता से लेकर बड़े दुकानदारों ने भी गंगा स्नान को आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए अपने आपको तैयार करके रखा था। एनएच 31 के फोर लाइन हो जाने से नहीं लगी जाम, प्रशासन ने कर रखी पूरी व्यवस्था थी व्यवस्था। वहीं पूरे सिमरिया घाट पर उद्घोषणा के माध्यम से लोगों को जरूरी जानकारी ,सावधानी बरतने की जानकारी दी जा रही थी।
बेगूसराय बीहट संवाददाता धर्मवीर