आंधी और वर्षा के कारण आम और लीची के मंजर भी हुए बर्बाद।
डीएनबी भारत डेस्क
शनिवार की देर रात बेगूसराय जिला के विभिन्न क्षेत्र में तेज आंधी तथा वर्षा होने के कारण रबी के फसलों एवं आम लीची के मंजरों का व्यपाक नुकसान हुआ है। रविवार की अहली सुबह जब किसान खेत देखने गए तो बीघा का बीघा मक्का व गेंहू का खेत जमीन पर गिरा देख छाती पीटने लगे।
कहते है किसान ।
मेघौल निवासी किसान राधा सिंह ने बताया कि सत्तर एवं नगरी बहियार में दो एकड़ में गेहूं का फसल लगाया था। फसल अच्छी थी। मात्र 15 से 20 दिन बाद फसल तैयार होता।लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर थे। शनिवार की देर रात आई आंधी एवं बारिश ने फसल को जमींदोज कर दिया। तैयार फसल पर प्रकृति की मार से किसान परेशान हैं।
यही पीड़ा मटिहानी के अरुण सिंह, मेघौल के छोटन सिंह, विपिना यादव, बेगमपुर के अजित झा, मसुराज के राम प्रीत यादव, भुवन यादव, कैलाश यादव सहित प्रखंड के दर्जनों किसानों का है। जिन लोगों का भी कल के खराब मौसम के कारण मक्का और गेहूं की फसल हो गया।
इन किसानों ने बताया कि पुरानी कहावत है धान गिरे करमैता के और गेहूं गिरे अकर्मल के। वास्तव में हम किसान अकर्मल है तब तो गेंहू का पौधा गिर गया। पौधा गिरने से उपज चौथाई हो जाएगा। वहीं राजेश कुमार, चंदन कुमार सिंह सहित दर्जनों किसानों ने बताया कि वर्षा और आंधी से आम और लीची के मंजरों को भी काफी नुकसान हुआ है।
कहते हैं कृषि अधिकारी।
इस मामले में कृषि समन्वयक मनोज गुप्ता ने बताया कि शनिवार की रात हुई आंधी और वर्षा से गेहूं और मक्का के फसल के साथ साथ आम और लीची के मंजरों को भी नुकसान पहुंचा है। स्थिति से उच्चाधिकारी को अवगत कराया जा रहा है। वर्तमान में इसके लिए किसी मुवावजे का निर्देश नहीं है। वरीय अधिकारियों के आदेशानुसार अग्रेतर करवाई किया जाएगा।
बेगूसराय खोदावंदपुर संवाददाता नीतेश कुमार गौतम