सितेश हत्याकांड में एक माह बाद भी पुलिस का हाथ ख़ाली

सितेश हत्याकांड में एक माह बाद भी पुलिस का हाथ ख़ाली। गोली काण्ड में घायल नीतीश कुमार मामले में भी बरौनी पुलिस का अब-तक हाथ ख़ाली।

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सितेश हत्याकांड में एक माह बाद भी पुलिस का हाथ ख़ाली। गोली काण्ड में घायल नीतीश कुमार मामले में भी बरौनी पुलिस का अब तक हाथ ख़ाली।

डीएनबी भारत डेस्क

बेगूसराय के बरौनी थानांतर्गत एनएच 28 पर बीते 29 अगस्त 22 को बरौनी फ्यूल पैट्रोल पम्प एवं आर्या सर्विस पेट्रोल पम्प के बीच बेख़ौफ़ अपराधियों द्वारा फाइनेंस कर्मी सितेश कुमार की हत्या मामले में पुलिस अब तक कोई भी सुराग़ नहीं ढूंढ पाई है। पुलिस केवल मृतक सितेश कुमार के पिता तेघड़ा थाना क्षेत्र अन्तर्गत नया नगर दुलारपुर गांव निवासी अनिल कुमार सिंह उर्फ सेनापति के लिखित आवेदन पत्र के आधार पर अज्ञात बाइक सवार दो अपराधियों के विरूद्ध थाना कांड संख्या -409/22 में प्राथमिकी दर्ज कर क्या कार्रवाई को इति श्री मान लिया है।

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पुलिस की कारवाई से यह स्पष्ट होता है कि वह अब तक कोई भी सुराग़ नहीं ढूंढ पाई है। जबकि मृतक सितेश कुमार के साथ रहे अन्य साथियों को थाने पर बुलाकर कड़ाई से पूछताछ भी कर चुकी है। फिर भी पुलिस को कोई अहम जानकारी जो घटना की उद्भेदन के लिए तुरुप का पत्ता साबित हो सके नहीं जुटा सकी है। घटना के संबंध पुलिस की तरफ से बयान दिया गया था कि जल्द ही हत्या में शामिल अपराधियों को चिन्हित कर पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी और न्याय संगत सज़ा दिलाएगी।

पर यह कहें तो नेता जी की जुबानी अथवा जुमले की तरह साबित हो कर रह गई और अपराधी आज़ भी पुलिस की पहुंच से बाहर है। जब तक पुलिस इस मामले को समझ पाती तब तक 9 सितम्बर को पुनः एनएच 28 पर बरौनी थाना क्षेत्र अन्तर्गत बिनोद पेट्रोलियम एवं आर्या सर्विस पेट्रोल पम्प के बीच बेख़ौफ़ अपराधियों ने गोलीबारी कर बरौनी थाना क्षेत्र अन्तर्गत असुरारी गाछी टोला निवासी रामबाबू सिंह के पुत्र सर्वेश कुमार को गम्भीर रूप से जख्मी कर दिया था। इस मामले में भी पुलिस अंधेरे में हाथ पांव मार रही है पर कुछ हासिल नहीं हुई है।

हालांकि इस मामले में गांव के ही कुछ लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है। इस तरह 12 दिन के भीतर गोलीबारी की दो दो घटनाएं बरौनी थाना क्षेत्र में घटित हुई पर दोनों के दोनों मामलों में पुलिस का हाथ अब तक ख़ाली है। वहीं दूसरी तरफ एक के बाद एक गोलीबारी की घटनाओं को रोकने में बरौनी थाना पुलिस फेल रही। वहीं इसके बाद एनएच 28 एवं एनएच 31 सड़क पर बीते 13 सितंबर 22 को बछवाड़ा थाना क्षेत्र से लेकर चकिया ओपी तक कई थाना/ ओपी/ पुलिस निरीक्षक कार्यालय अवस्थित है पर हर कोई अपने स्तर से छानबीन व कार्रवाई करने में असफल रही है। बछवाड़ा थाना, तेघड़ा थाना, फुलवरिया थाना, बरौनी थाना, जीरोमाइल ओपी, एफसीआई ओपी, चकिया ओपी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी तेघड़ा, पुलिस निरीक्षक तेघड़ा, पुलिस निरीक्षक जीरोमाइल है। वहीं बरौनी थाना, जीरोमाइल ओपी, एफसीआई ओपी, चकिया ओपी एवं पुलिस निरीक्षक जीरोमाइल के नियंत्रण पदाधिकारी सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी हैं।

29 अगस्त से शुरू हुई 13 सितम्बर तक अलग-अलग स्थानों पर गोलीबारी किया गया। जिसमें पुलिस उप महानिरीक्षक खगड़िया बेगूसराय रेंज सत्यवीर सिंह एवं पुलिस कप्तान योगेन्द्र कुमार के सीधे हस्तक्षेप से चार अपराधियों को चिन्हित कर गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। शेष अपराधी आज़ भी पुलिस के पहूंच से बाहर बताया जाता है। इधर परिजनों का सब्र का बांध टूटता जा रहा है। की हमें न्याय कब मिलेगा। ऐसे में हमारे पुत्र सितेश कुमार के हत्यारे को फांसी कब दी जाएगी। जब अभी तक पुलिस चिन्हित भी नहीं कर पाई है तो।

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