एम्बुलेंस कर्मियों का बेमियादी हड़ताल आठवां दिन भी रहा जारी, मरीज समेत आम लोगों को झेलनी पर रही है परेशानी

 

डीएनबी भारत डेस्क

102 एम्बुलेंस कर्मियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहने से बरौनी सहित बेगूसराय के सभी अस्पतालों में स्वास्थ्य व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता साफ़ साफ़ दिख रहा है। साथ ही इमरजेंसी पेसेंटों की संख्या में भारी गिरावट आ गई है। इसका सीधा प्रभाव उन बेसहारों, गरीबों के उपर सीधे तौर पर पड़ रहा है। साथ ही इससे प्राईवेट अस्पताल वाले की चांदी कूट रहें हैं। इससे संस्थागत जन्म मृत्यु पंजीकरण भी असर पड़ रहा है। इस तरफ़ जिले के किसी भी आला-अधिकारियों का ध्यान नहीं जा रहा है।जो स्वच्छ आलोचकों और समाज के लोगों के लिए चिंतन का विषय है।

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वहीं बिहार राज्य चिकित्सा कर्मचारी संघ इंटक बेगूसराय के बैनर तले बेमियादी हड़ताल पर बैठे एम्बुलेंस कर्मी चालक मुकेश कुमार उर्फ बड़ा बाबू ने कहा कि यह बहरी और गुंगी सरकार है।जो अपने स्वार्थ के लिए प्रदेश भर में चालक एवं ईएमटी को निजी कम्पनियों के हाथों विगत छः वर्षों से बेचते आ रही है। इसका सुधी लेने वाला कोई नहीं है। ना ही अस्पताल प्रशासन और ना ही जिला प्रशासन। वहीं एम्बुलेंस कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष रामानन्द कुमार ने कहा कि कर्मचारी के बीच भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो चुकी है। थक हार कर सभी कर्मचारियों ने यह निर्णय लिया है की जब-तक सरकार और कम्पनी ईएमटी और चालक के साथ कोई ठोस निर्णय नहीं लेती है तब तक निरंतर रूप से हड़ताल जारी रहेगा। यहां बताते चलें कि एम्बुलेंस कर्मचारियों का यह बेमियादी हड़ताल विगत 5 जून से शुरू हुई है और शनिवार को आठवें दिन के समाचार संकलन तक निरंतर रूप से हड़ताल जारी था।

मौके पर समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बरौनी के चालक चिरंजीवी महाराज, मुकेश कुमार पासवान, रितेश कुमार, ईएमटी रामप्रीत कुमार, मनोज कुमार , धर्मवीर कुमार एवं अतूल कुमार, राजकुमार राय, राजीव कुमार, प्रमोद राय, सुमन कुमार, सुधीर कुमार, नवीन कुमार, रीतेश कुमार रूपेश कुमार सहित अन्य उपस्थित थे। वहीं दूसरी ओर सिविल सर्जन बेगूसराय ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए 102 एम्बुलेंस संचालन कर रहे पीडीपीएल कम्पनी को पत्राचार कर जिले में एम्बुलेंस जैसी इमरजेंसी सेवा बाधित रहने पर खेद प्रकट किया है। पत्र में कहा गया है कि जिले में एम्बुलेंस कर्मियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहने से इमरजेंसी पेसेंटों, प्रसुता और रेफ़र पेसेंटों को इलाज़ हेतु आने और अस्पताल से बाहर भेजने में परिजनों का मोटी रकम खर्च हो रहा है और इससे अस्पतालों पर प्रभाव पड़ता है। इसलिए वैकल्पिक व्यवस्था से तत्काल प्रभाव से एम्बुलेंस सेवा व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने का निर्देश दिया है।पर पीडीपीएल कम्पनी द्वारा कोई कार्यवाही नहीं हुई है।

बेगूसराय बीहट संवाददाता धरमवीर कुमार की रिपोर्ट

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