एक ही दिन रघुनंदनपुर के दो युवक की गुरूग्राम एवं मुंबई में हत्या से गांव में पसरा मातमी सन्नाटा
डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय जिले के तेघड़ा अनुमंडल अन्तर्गत काजी रसलपुर पंचायत के रघुनंदनपुर गांव में रविवार को विपत्तियों का दिन रहा। गांव के दो युवकों की दो अलग अलग शहरों में हत्या की खबर से चारों ओर रोने चीखने की आवाज गूंजती रही। मालूम हो कि गांव के एक छात्र व एक मजदूर की हत्या से लोगों का कलेजा पिघल गया। ग्रामीणों के अनुसार पैक्स अध्यक्ष दिनेश चौधरी के पौत्र व अमित चौधरी के लगभग 21 वर्षीय पुत्र आकाश कुमार की हत्या गुरूग्राम में छूरा घोंप कर कर दी गई। वहीं मुंबई में मजदूरी करने गये 29 वर्षीय राहुल कुमार की भी हत्या कर लाश को फेंक दिये जाने की सूचना से पूरा गांव स्तब्ध है।
ग्रामीणों ने बताया कि आकाश सीडीएस की तैयारी करने के लिए गुरूग्राम अपनी बुआ के यहां गया था। वह गुरूग्राम के सेक्टर 37 में रहकर पढाई कर था। बताया जाता है कि गुरूग्राम हाइवे पर कुछ दोस्तों ने फोन कर उसे बुलाया जहाँ पहले से ही लाठी डंडे के साथ उसके कुछ साथी मौजूद थे।आकाश के पहुंचने पर मारपीट शुरू कर दिया। ग्रामीणों के अनुसार भाई में वह अकेला ही था। पढाई के लिए वह कई साल से गुरूग्राम में रह रहा था। टीवी पर समाचार देखने के बाद ग्रामीणों को इस घटना का पता चला। ग्रामीणों के अनुसार टीवी पर दिखाये गये खबरों के अनुसार छूरा घोंपे जाने के बाद आकाश कुमार बीच सड़क पर तड़पता रहा लेकिन कोई मदद को आगे नहीं आया।
इससे उसके शरीर से अत्यधिक खून निकल गया। पीछे से उसके बुआ का बेटा भी पहुंचा और अस्पताल ले जाने लगा लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया।छात्र आकाश की दर्दनाक मौत से गांव के लोग हतप्रभ हैं। लोगों को उम्मीद थी कि वह पढ़ने में अच्छा है और जरूर सीडीएस बनकर ही लौटेगा। लेकिन गुरूग्राम में उसकी हत्या से गांव के लोगों का यह सपना अधूरा ही रह गया। घटना के बाद मां रह रहकर बेहोश हो जाती है। घटना के बाद परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है।
दूसरी तरफ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एक अन्य घटना में मुंबई में रहने वाले युवक राहुल कुमार की हत्या की खबर से भी लोग सदमें में हैं। राहुल अपनी मां और पत्नी के साथ छाटे भाई को लेकर मुंबई में रहता था। कहा जाता है कि आपसी विवाद में उसकी हत्या कर दी गई। राहुल की दो वर्ष पहले शादी हुई थी। उसके घर पर कोई नहीं रहता है। शादी के पूर्व से ही वह एक निजी कंपनी में नौकरी कर अपना परिवार चलाता था। उसकी मौत के बाद घर की पूरी जबावदेही छोटे भाई पर आ गया है।
बेगूसराय तेघड़ा संवाददाता शशिभूषण भारद्वाज की रिपोर्ट