एक देश एक चुनाव के मुद्दे को लेकर आरसीपी सिंह ने महागठबंधन पर साधा निशाना:-कहा लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होगा तो महागठबंधन कहीं की नहीं रहेगी
1952 से लेकर 1962 का चुनाव सब एक साथ ही हुआ था,सभी चुनाव एक साथ होने से खर्च कम होता है और प्रशासनिक कठिनाई भी कम होती है-आरसीपी सिंह
डीएनबी भारत डेस्क
आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर लगातार आरसीपी सिंह मुस्तफापुर गांव में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर पार्टी को बूथ स्तर तक मजबूत करने की कवायत काफी तेज कर दी है। शुक्रवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने मुस्तफापुर गांव में हरनौत विधानसभा के भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति बनाई।
पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने एक देश एक चुनाव पर बिल संभव के मुद्दे पर कहा कि 1952 से लेकर 1962 का चुनाव सब एक साथ ही हुआ था। सभी चुनाव एक साथ होने से खर्च कम होता है और प्रशासनिक कठिनाई भी कम होती है। आरसीपी सिंह ने कहा कि केंद्र की जो सच है लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने की मैं उनके पक्ष में हूं।
अब इस बात को लेकर महागठबंधन के पेट में दर्द होना स्वाभाविक है महागठबंधन को अच्छी तरह से मालूम है कि अगर लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होगा तो ये कहीं का नहीं रहेंगे। वहीं जदयू के पोल खोल कार्यक्रम पर भी चुटकी लेते हुए आरसीपी सिंह ने कहा जिसकी खुद की पोल जनता ने खोलकर रख दिया हो वह भला बीजेपी के खिलाफ पोल खोल कार्यक्रम चला रहे हैं इससे बड़ा हास्यास्पद बात हो ही नहीं सकता। जनता से अपना मुंह,गलतियों,कमजोरियों असफलता को छिपाने के लिए जेडीयू पोल खोल कार्यक्रम चल रही है।
ऋषिकेश संवाददाता नालंदा