डॉ कमलाकांत झा के निधन पर श्रद्धांजलि सभा का किया गया आयोजन
डॉ कमलकांत झा मैथिली साहित्य और भारत- नेपाल राष्ट्रीयता के सेतु थे – डॉ धनाकर ठाकुर
डीएनबी भारत डेस्क
अन्तर्राष्ट्रीय मैथिली परिषद् के अध्यक्ष डॉ कमलकांत झा के निधन पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। मैथिली साहित्य के वरिष्ठ साहित्यकार तथा परिषद् के वरिष्ठ पदाधिकारी डॉ अशोक अविचल की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में परिषद् के संस्थापक अध्यक्ष डॉ धनाकर ठाकुर ने डॉ कमलकांत झा के द्वारा मिथिला एवं मैथिली भाषा के विकास में किए गए योगदान की विस्तार से चर्चा की।
उन्होंने कहा कि स्व डॉ झा ने भारत नेपाल के राष्ट्रीयता को विशिष्ट सेतु बन कर जोड़ने का कार्य किया । स्व डॉ झा को उनकी सादगी और ईमानदारी के लिए सदा स्मरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्व डॉ झा के सद्प्रयास से मैथिली को अष्टम सूची में शामिल होने का सौभाग्य मिला।इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न हिस्सों में परिषद् के पदाधिकारियों ने अपने विचार रखे।
स्व डॉ झा को श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में प्रमुख रूप से वाराणसी से परिषद् के संस्थापक अध्यक्ष डॉ धनाकर ठाकुर, जमशेदपुर से डॉ अशोक अविचल, अररिया से आदर्श मिथिला पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष डॉ सुधीर मिश्र, पटना पुस्तक मेला पटना के संयोजक नरेन्द्र कुमार, पटना से दुलार बाबू, परिषद् के झारखंड प्रदेश के अध्यक्ष रांची से अमरनाथ झा,
समस्तीपुर से मिथिला शिक्षा मंच के संयोजक प्रो. पी. के. झा “प्रेम”, मधुबनी से डॉ चन्दना दत्त, आसनसोल से पुनम झा, बोकारो से डॉ नगीना महतो, दरभंगा से डॉ विधानाथ झा, जमशेदपुर से डॉ रविन्द्र चौधरी, पुण्यनाथ झा, प्रयागराज से विधुकांत मिश्र, जयनगर से परिषद् के महासचिव डॉ नारायण यादव, दरभंगा से राजीव कुमार कर्ण आदि शामिल थे।
बेगूसराय खोदावंदपुर संवाददाता नितेश कुमार की रिपोर्ट