जिलाधिकारी बेगूसराय ने जिले में उपभोक्ताओं को समुचित विधुत आपूर्ति को लेकर किये जा रहे विभागीय प्रयासों की समीक्षा और उपलब्धि पर किया चर्चा

जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने औद्योगिक, कृषि संबंधित क्षेत्रों एवं आम उपभोक्ताओं को विधुत आपूर्ति के लिए किये जा रहे विभागीय प्रयासों का सराहना किया।

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जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने औद्योगिक, कृषि संबंधित क्षेत्रों एवं आम उपभोक्ताओं को विधुत आपूर्ति के लिए किये जा रहे विभागीय प्रयासों का सराहना किया।

डीएनबी भारत डेस्क 

जिलाधिकारी बेगूसराय रोशन कुशवाहा ने कहा सरकार द्वारा किए गए महत्वपूर्ण पहलों के फलस्वरूप राज्य में विगत एक दशक के दौरान विद्युत क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन हुआ है। जिसका प्रत्यक्ष लाभ विद्युत की मांग एवं आपूर्ति के गैप को कम करने में मिला है। उन्होंने कहा कि विद्युत विभाग द्वारा विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन से एक तरफ जहां आमलोगों को विद्युत उपलब्धता में वृद्धि हुई है, वहीं दूसरी ओर निर्बाध विधुत आपूर्ति से औद्योगिक प्रतिष्ठानों एवं कृषि संबंद्ध क्षेत्रों में भी काफी अच्छी प्रगति देखने को मिली है। इस क्रम में जिला पदाधिकारी ने पूर्व तथा वर्तमान में विद्युत उत्पादन तथा वितरण की स्थितियों पर अपनी बात रखते हुए कहा कि कार्यपालक अभियंता, विद्युत आपूर्ति प्रमंडल कार्यालय, बेगूसराय से प्राप्त प्रतिवेदन के अनुसार, बेगूसराय जिले में वर्ष 2012 से पूर्व शहरी क्षेत्रों में औसतन 10 घंटे बिजली उपलब्धता में वृद्धि होकर अब 21-22 घंटे हो गई है। जबकि शहरी क्षेत्रों में 04-05 घंटे से बढ़कर अब 20-21 घंटे हो गई है।

उन्होंन कहा बेगूसराय जिले में वर्ष 2012 तक 40 मेगावाट विद्युत की मांग अब बढ़कर 165 मेगावाट हो गई है। आज की आवश्यकता इस बात की है कि हम सभी बिजली की महता को समझें तथा उसके अनावश्यक प्रयोग को रोकें। इस क्रम में उन्होंने यह भी कहा कि आज देश पारंपरिक मीटर के स्थान पर प्रीपेड मीटर के उपयोग के लिए तैयार है, जिसे आगे बढ़ाने की आवश्यकता है ताकि विद्युत सुदृढ़िकरण के प्रयासों को सकारात्मक रूप से बल मिल सके। उन्होंने आम नागरिकों से बिजली के सदुपयोग पर बल देने, अनावश्यक उपभोग को समाप्त करने तथा ससमय विद्युत बिल जमा करने के साथ-साथ प्रीपेड मीटर को उपयोग में लाकर बिजली बचत की भावना को अपना समर्थन देने की अपील की।

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जिलाधिकारी ने उक्त बातें आज बिहार राज्य विद्युत बोर्ड के 10वें स्थापना दिवस पर विद्युत आपूर्ति प्रमंडल कार्यालय, बेगूसराय परिसर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कही। बताते चलें कि राज्य सरकार द्वारा विद्युत संचरण, उत्पादन एवं वितरण की दशा में अपेक्षित सुधार लाने हेतु बिहार राज्य विद्युत बोर्ड का पुनर्गठन किया गया है। जिसके उपरांत 01 नवंबर, 2012 से पांच अलग-अलग कंपनियों यथा बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड, बिहार स्टेट पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड, उत्तर बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड, दक्षिण बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड तथा बिहार राज्य पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड औपचारिक रूप से कार्य कर रही है।

जिले में विद्युत क्षेत्र की उपलब्धियों के संबंध में जानकारी देते हुए कार्यपालक अभियंता, विद्युत आपूर्ति प्रमंडल कार्यालय, बेगूसराय किशोर कुमार सिंह ने बताया कि विगत कुछ वर्षों में जिले में दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना (डीडीयूजीजेवाय) के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक कुल 5200 कृषि विद्युत कनेक्शन के साथ-साथ 36 कृषि फीडर का निर्माण किया गया है। इस योजना के तहत 07 विद्युत शक्ति उपकेंद्र के निर्माण, 15 घरेलू फीडर का निर्माण के साथ ही कुल 2783 नए ट्रांसफॉर्मर अधिष्ठापित किए गए हैं। आईपीडीएस योजना के तहत शहरी क्षेत्र में एलटी एवं एचटी केबल की कुल लंबाई 340.6 किलोमीटर के साथ-साथ क्षमता विस्तारित करते हुए 200 केवीए की कुल संख्या 143 हो गई है। इस योजना के तहत लाखो में 01 विद्युत शक्ति उपकेंद्र की भी स्थापना की गई है।

मुख्यमंत्री कृषि विद्युत संबंध योजना ( एमकेवीएसवाय) के तहत कुल 2443 कृषि विदुयत कनेक्शन प्रदान किए गए हैं तथा इस प्रकार अब तक डीडीयूजीजेवाय एवं एमकेवीएसवाय के तहत कुल 7643 कृषि विद्युत संबंध प्रदान किया गया है। जिले में 33 केवी, 11 केवी एवं एलटी जर्जर तारों एवं केबलों को लगातार बदलने का कार्य किया गया तथा अब तक कुल 2310.53 सर्किट किमी जर्जर तारों एवं केवलों को बदला गया है। इसी प्रकार सौभाग्य योजना के तहत बेगूसराय जिले के सभी इच्छुक परिवारों यथा कुल 106438 परिवारों को अगस्त, 2018 तक विदयुत कनेक्शन उपलब्ध करा दिया गया है। जिले में वर्ष 2012 में 12 पावर सबस्टेशन से विद्युत आपूर्ति की जा रही थी।

जिसकी संख्या अब बढ़कर 29 हो गई है। इसी प्रकार वर्ष 2012 में जिले में मात्र 02 ग्रिड सबस्टेशन (जीरोमाईल एवं बीटीपीएस चकिया) से विद्युत आपूर्ति की जा रही थी।लेकिन वर्तमान में इसकी संख्या बढकर अब 06 (चार अन्य निर्मित यथा मझौल, बलिया, बगरस एवं चमथा) हो गई है। बेगूसराय जिले में वर्ष 2012 में मात्र 12 पावर सब-स्टेशन से विद्युत आपूर्ति की जा रही थी लेकिन वर्तमान में पावर सब स्टेशनों की कुल संख्या 29 है।

उन्होंने बताया कि नए विद्युत कनेक्शन हेतु अब किसी भी आवेदक को विद्युत कार्यालय आने की जरूरत नही है बल्कि विगत 02 वर्षों से सुविधा ऐप (SUVIDHA APP) के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन प्राप्त कर उपभोक्ताओं को कनेक्शन दिया जा रहा है। इसी तरह लोड बढ़ाने एवं घटाने, लाइन कटवाने, बिजली बिल जमा करवाने एवं अन्य सभी संबंधित कार्य सुविधा ऐप के माध्यम से किया जा रहा है। शहरी क्षेत्रों में पुराने मीटरों को प्रीपेड मीटर लगाकर बदला जा रहा है तथा प्रीपेड मीटर लगान से बिल संबंधी शिकायत लगभग समाप्त हो गई है।

बेगूसराय शहर में अभी तक लगभग 21155 प्रीपेड मीटर लगाए जा चुके हैं। इसके अतिरिक्त बरौनी, बलिया, बखरी, तेघड़ा एवं बीहट नगर परिषद् में 17410 प्रीपेड मीटर लगाए जा चुके हैं। उपभोक्ताओं के बिल एवं अन्य विद्युत संबंधी समस्याओं के निदान हेतु विदयुत वितरण कंपनियों द्वारा अंचल स्तर पर कंज्यूमर ग्रिवांस रिड्रेसल फोरम (सीजीआरएफ) की स्थापना की गई है ताकि उपभोक्ताओं के समस्याओं का सम्यक निदान क्षेत्रीय स्तर पर हो सके। बेगूसराय जिले में वर्ष 2019 में विद्युत आपूर्ति अंचल, बेगूसराय की स्थापना की गई थी जबकि वर्ष 2022 में एसटीएफ अंचल एवं सीजीआरआफ की स्थापना भी की गई है।

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