‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ में सीएम ने 95 लोगों की सुनी समस्याएं
'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री, 95 लोगों की सुनी समस्यायें, अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश
डीएनबी भारत डेस्क
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज 4, देशरत्न मार्ग स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय परिसर में आयोजित ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में शामिल हुए। ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने राज्य के विभिन्न जिलों से पहुंचे 95 लोगों की समस्याओं को सुना और संबंधित विभागों के अधिकारियों को समाधान के लिए समुचित कार्रवाई के निर्देश दिए। ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में सामान्य प्रशासन विभाग, गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग, निगरानी विभाग, खान एवं भू-तत्व विभाग, निर्वाचन विभाग, मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग एवं संसदीय कार्य विभाग से संबंधित मामलों पर सुनवाई हुयी ।
‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में कटिहार जिला से आए एक फरियादी ने गुहार लगाते हुए मुख्यमंत्री से कहा कि अपने जमीन में मकान का एक्सटेंशन करना चाह रहा हूं लेकिन पड़ोसी द्वारा एक्सटेंशन करने नहीं दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। बेगूसराय जिला से आए एक युवक ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरे जमीन को दबंगों द्वारा कब्जा कर मुझे तंग किया जा रहा है। प्रशासन द्वारा इस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को जांचकर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। मधेपुरा जिला से आए एक फरियादी ने मुख्यमंत्री से शिकायत करते हुए कहा कि मेरे ही जमीन को दलालों ने किसी तरह बेच दिया है और उस पर अवैध तरीके से मकान का निर्माण कर लिया गया है, इसकी शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। मुख्यमंत्री ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
बांका जिला से आये एक युवक ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि मेरे निजी जमीन पर दबंगों द्वारा अवैध कब्जा कर लिया गया है। इसकी शिकायत किए जाने के बाद भी कोई कारगर कदम नहीं उठाया जा रहा है। वहीं बांका जिला से ही आए एक वृद्ध ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरे जमीन पर कब्जा कर लिया गया है और इसकी शिकायत करने जब थाने में जाता हूं तो मामला दर्ज नहीं किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। गोपालगंज जिला से आए एक युवक ने मुख्यमंत्री से फरियाद करते हुए कहा कि मेरी बहन की दहेज के कारण हत्या कर दी गई है। थाने में शिकायत करने पर भी अब तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को जांचकर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
सीवान जिला से आयी एक महिला ने मुख्यमंत्री से निवेदन करते हुए कहा कि थाना में मामला दर्ज है, वर्ष 2021 से विपक्ष द्वारा केस को हटाने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा और कहा जा रहा है कि अगर केस को नहीं हटाया गया तो जान से मार दिया जाएगा। वहीं सीवान जिला से ही आए एक अन्य युवक ने कहा कि मैं अपने कच्चे मकान को पक्का करवाना चाह रहा हूं लेकिन पड़ोसी द्वारा लगातार धमकाया जा रहा है, जिससे मैं पक्कीकरण नहीं करवा पा रहा हूं। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को जांचकर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। कैमूर जिले से आए एक वृद्ध ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि मेरे घर को नाजायज तरीके से कब्जा कर लिया गया है। इस मामले में केस दर्ज कराने के लिए टालमटोल कर परेशान किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
सारण जिला से आए एक युवक ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि उनके निजी जमीन को हथियार के बल पर कब्जा कर लिया गया है। इसको छुड़ाने के लिए दौड़ रहा हूं लेकिन कोई नहीं सुन रहा है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। भागलपुर जिला से आए एक फरियादी ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि वर्ष 2019 में मेरे जमीन का अधिग्रहण किया गया और उसके लिए जो मुआवजा राशि दी जाती है, वो अब तक नहीं दी गई है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। सीतामढ़ी जिला से आयी एक महिला ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरे पति की षड्यंत्र के तहत हत्या कर दी गई। मामले में लगातार गुहार लगाते-लगाते थक गई हूं कोई सुनवाई नहीं हो रही है और ना ही आरोपी गिरफ्तार हो रहा है। वहीं सीतामढ़ी जिला से आये एक अन्य फरियादी ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि मेरे जमीन को दूसरे के नाम से कर दिया गया है, इसको लेकर शिकायत किया जा रहा है फिर भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। मुख्यमंत्री ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग को जांचकर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
दरभंगा जिला से आयी एक महिला ने गुहार लगाते हुए कहा कि मेरे जमीन को कुछ लोगों द्वारा कब्जा कर लिया गया है। इसकी शिकायत थाने में किए जाने के बाद भी किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को जांचकर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। अररिया जिले से आए एक फरियादी ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरे जमीन की खरीद-बिक्री में धोखाधड़ी किया गया है। इसकी शिकायत हमने थाने में भी की है, लेकिन अब तक किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई है। वहीं अररिया से ही आए एक अन्य फरियादी ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि मेरे पिताजी ने दूसरी शादी कर ली है और मुझे और मेरी मां को घर से बाहर कर दिया है और अपनी संपत्ति में से कोई हिस्सा नहीं दे रहे हैं, जिससे हमें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग से जांचकर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
पूर्णिया जिला से आयी एक महिला ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि जाली कागजात बनाकर जमीन की बिक्री कर दी गई है। इस संबंध में गुहार लगाने के बाद भी कोई कारगर कदम नहीं उठाया जा रहा है, जिससे परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग से जांचकर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। मुजफ्फरपुर जिला से आयी एक महिला ने गुहार लगाते हुए कहा कि मैं अनुसूचित जाति से आती हूं मेरे जमीन को लिखवा लिया गया और पैसा मांगने पर मारपीट किया जा रहा है। इसकी सूचना थाने में दिए जाने के बाद भी किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग से उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री आलोक कुमार मेहता, खान एवं भूतत्व मंत्री डॉ रामानंद यादव, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री सुनील कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, पुलिस महानिदेशक आर एस भट्ठी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ एस सिद्धार्थ, संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव / प्रधान सचिव / सचिव, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह तथा वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा उपस्थित थे।