खगड़िया: छठ करने हांगकांग से अकेली खगड़िया आ गयी बहु,पुत्री कनाडा से पहुंची,व्रत करके नहीं टूटने दी घर की परम्परा, आस्था और विश्वास के साथ पुजा में हुई लीन
क्षेत्रों में इन दोनो मां बेटी की लंबे अरसे बाद हजारों रुपए खर्च कर छठ पूजा पर गांव पहुंचना आस्था का महापर्व पर छठी मइया के प्रति एक गजब सी एक अटूट आस्था एवं विश्वास की एक नई भक्ति का संदेश देती हैं।
डीएनबी भारत डेस्क
18 सालों से हांगकांग में रहने वाली खगड़िया के परबत्ता प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत अगुवानी गांव की एक बहू आस्था का महापर्व छठ पूजा करने पहुंची है, जबकि वहीं उनके साथ उनकी पुत्री विदुषी भी 13 वर्षों बाद छठ पूजा पर कनाडा से अगुवानी पहुंची, क्षेत्रों में इन दोनो मां बेटी की लंबे अरसे बाद हजारों रुपए खर्च कर छठ पूजा पर गांव पहुंचना आस्था का महापर्व पर छठी मइया के प्रति एक गजब सी एक अटूट आस्था एवं विश्वास की एक नई भक्ति का संदेश देती हैं।
अर्थात छठ मैया के प्रति उनकी आस्था और परिवार के सदस्यों के प्रति उनका अटूट प्रेम ही है जो कि हांगकांग से खगड़िया जिले के परबत्ता प्रखंड अंतर्गत अगुवानी गांव तक का सफर शिवानी सिंह अकेली ही तय कर लिया और वही उनकी पुत्री विदुषी का कनाडा से अगुवानी पहुंचना बिल्कुल ग्रामीण क्षेत्रों में आयोजित छठ महापर्व की पुजन विधी और अगुवानी गांव की रहन सहन, माहौल वातावरण की कई खुबियां भी बयां करती है।
बताया जाता है की अगुवानी गांव निवासी शिवानी के पति प्रवीण कुमार सिंह हांगकांग में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है और काम की व्यस्तता से हर साल गांव नहीं आ पाते थे, परंतु छठ पूजा की जिम्मेदारी का अपनी पत्नी शिवानी सिंह द्वारा निर्वहन कराने को लेकर अब उनकी सदा कोशिश रहेगी कि वो अपनी धर्मपत्नी शिवानी सिंह को गांव भेजने में सहमति जता अपनी एक अहम सहयोग भी कराने के साथ ही साथ खुद भी हर वर्ष छठ पूजा पर अगुवानी गांव पहुंचेंगे।
पुछताछ में भी उन्होंने कहा कि इस वर्ष बच्चों के एग्जाम की वजह से पत्नी शिवानी सिंह को अकेले गांव भेजने की तैयारियां करा प्लेन द्वारा इंडिया भेज अगुवानी गांव को पहुंचाने में मदद किया और छठ व्रती शिवानी सिंह भी खुद मां छठी मइया को सुमिरन कर अकेले फैसला ले हांगकांग से इंडिया फिर अगुवानी पहुंची और बहुचर्चित उत्तरवाहिनी अगुवानी गंगा घाट पर छठ पर्व मनाया।
खगड़िया संवाददाता राजीव कुमार की रिपोर्ट