बीएसएससी का प्रश्नपत्र लीक होना दुर्भाग्यपूर्ण नैतिकता के आधार पर नीतीश कुमार दें इस्तीफा – आलोक

बीएसएससी प्रश्न पत्र लीक होने के विरोध में एबीवीपी बरौनी ईकाई ने मुख्यमंत्री का पुतला फूंका।

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बीएसएससी प्रश्न पत्र लीक होने के विरोध में एबीवीपी बरौनी ईकाई ने मुख्यमंत्री का पुतला फूंका।

डीएनबी भारत डेस्क

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के द्वारा एपीएसएम कॉलेज बरौनी में बीएसएससी प्रश्न पत्र लीक होने के विरोध में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन गया। विरोध प्रदर्शन का इसका नेतृत्व आनंद कुमार एवं नगर सह मंत्री चंचल कुमारी ने किया। उपस्थित कार्यकर्ताओं ने कैंपस में विरोध प्रदर्शन के दौरान नीतीश कुमार शर्म करो, बिहार की शिक्षा है बदहाल जवाब दो नितीश सरकार,  नितीश कुमार मुर्दाबाद बिहार सरकार मुर्दाबाद, नीतीश कुमार शर्म करो जैसे नारे लगाए।

पुतला दहन के बाद कार्यकर्ताओं ने सभा लगाकर जमकर नारेबाजी की सभा को संबोधित करते हुए एबीवीपी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सह विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा की बीएसएससी का प्रश्नपत्र लीक होना दुर्भाग्यपूर्ण है। यह दिखाता है कि बिहार की शिक्षा व्यवस्था चौपट हो गई है बिहार की सरकार को छात्र-छात्राओं युवाओं से कोई लेना-देना नहीं रहा पूरे देश में बिहार की बदनामी हो रही है कोई भी एग्जाम ऐसा नहीं है जिसका प्रश्न पत्र बिहार में लीक नहीं होता हो।

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फिर चाहे बीपीएससी से लेकर बिहार एसएससी तक सीजीएल से लेकर दरोगा तक जितनी भी परीक्षाएं बिहार सरकार के द्वारा अगर आयोजित की गई है तो सभी परीक्षाओं में प्रश्न पत्र लीक होना आम बात हो गई है लगातार प्रश्न पत्र लीक होना दर्शाता है कि सरकार की मिलीभगत से यह संभव हो रहा है। जब तक सरकार का संरक्षण माफियाओं को मिलता रहेगा ऐसी घटनाएं आम रूप से होती रहेंगी।

उन्बिहोंने कहा बिहार के मुखिया नीतीश कुमार से बिहार संभल नहीं रहा है उनको तत्काल नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। जो बिहार की तरक्की के लिए यह अति आवश्यक है। बिहार के उपमुख्यमंत्री और परिवार वाद के जनक तेजस्वी यादव ने पूर्व में जब बीपीएससी का परीक्षा पत्र लीक हुआ था तो छात्रों को 5000 मुआवजा देने की वकालत सरकार से की थी लेकिन आज वह चुप्पी साधे हुए हैं।

बिहार के छात्रों के साथ अन्याय हो रहा है उनका आर्थिक शोषण हो रहा है सैकड़ों किलोमीटर की दूरी तय कर हजारों रुपए खर्च कर छात्र फॉर्म भरते हैं और परीक्षा देने के बाद छात्रों को पता चलता है कि प्रश्नपत्र लीक हो गया है यह दिखाता है कि बिहार सरकार छात्र युवाओं से आर्थिक शोषण करने का जरिया बना चुके हैं छात्रों से उनका कोई लेना-देना नहीं रहा। विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता यह मांग करता है कि ऐसे दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए और सभी अभ्यार्थियों को कम से कम ₹5000 का मुआवजा दे।

पुनः परीक्षा का सफलता पूर्वक आयोजन की व्यवस्था की जाए। वहीं मौके पर पूर्व नगर अध्यक्ष गौतम कुमार एवं नगर उपाध्यक्ष जितेंद्र कुमार ने कहां सरकार की लापरवाही और मिलीभगत से बिहार में परीक्षा से पहले प्रश्न पत्र लीक होता है। बिहार सरकार अगर जल्द से जल्द छात्र-छात्राओं की परीक्षा को सफलतापूर्वक संपन्न नहीं करवाती है तो विद्यार्थी परिषद उग्र आंदोलन करेगी। मौके पर नगर सह मंत्री चंचल कुमारी, मुस्कान कुमारी, काजल कुमारी, जयंती कुमारी, चांदनी कुमारी, कंचन कुमारी, प्रभाकर कुमार, अजय कुमार,आलोक कुमार, ध्रुव कुमार, शुभम आनंद, सूरज कुमार, नंदन कुमार, सोनू कुमार सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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