बिहार में जाति आधारित गणना के बाद आरक्षण का दायरा बढ़ाया गया,लेकिन राज्य सरकार सही तरीके से बातों को नहीं रखने के कारण न्यायालय ने इस पर रोक लगा दी – राजद जिलाध्यक्ष सह पूर्व विधान पार्षद रोमा भारती
कर्पूरी आश्रम स्थित जिला राजद कार्यालय पर एक प्रेस वार्ता आयोजित
डीएनबी भारत डेस्क
समस्तीपुर में मंगलवार को कर्पूरी आश्रम स्थित जिला राजद कार्यालय पर एक प्रेस वार्ता आयोजित की गई l प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए राजद जिलाध्यक्ष सह पूर्व विधान पार्षद रोमा भारती ने कहा कि बिहार में जाति आधारित गणना के बाद आरक्षण का दायरा बढ़ाया गया l नौकरियों और उच्च शिक्षण संस्थानों में आरक्षण को 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 65 प्रतिशत कर दिया गया।
जाति सर्वेक्षण के निष्कर्षों के आधार पर, राज्य सरकार ने अनुसूचित जातियों के लिए कोटा बढ़ाकर 20 प्रतिशत, अनुसूचित जनजातियों के लिए दो प्रतिशत, अत्यंत पिछड़ा वर्ग के लिए 25 प्रतिशत और पिछड़ा वर्ग के लिए 18 प्रतिशत कर दिया। मगर राज्य सरकार के नकारात्मक रवैये और न्यायालय में सही तरीके से बातों को नहीं रखने के कारण न्यायालय ने इस पर रोक लगा दी है। उन्होंने कहा कि भाजपा आरक्षण विरोधी है तथा भाजपा सरकार में संविधान , लोकतंत्र तथा कौमी एकता खतरे में है l
अगर बढ़े हुए आरक्षण को संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल कर लिया जाता है तो न्यायायिक प्रक्रिया पर स्वत: रोक लग जाएगी लेकिन भाजपा तथा जनता दल यू ऐसा नहीं चाहती है l इन्हीं को लेकर राजद के साथी गुरुवार 28 नवंबर को सभी जिला मुख्यालयों पर धरना देंगे। मांगें माने जाने तक हम सड़क से लेकर सदन तक अपने अभियान को जारी रखेंगे। प्रेस वार्ता के उपरांत जिला राजद के वरीय नेता रामवरण महतो तथा कार्यालय सचिव रोशन यादव की मां गिरिजा देवी के निधन पर 02 मिनट का मौन रख कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई l
मौके पर उजियारपुर संगठन राजद जिलाध्यक्ष राजेश्वर महतो, जिला राजद प्रधान महासचिव विपीन सहनी, प्रदेश महासचिव प्रेम प्रकाश शर्मा, जिला राजद प्रवक्ता राकेश कुमार ठाकुर, जिला राजद उपाध्यक्ष राम विनोद पासवान, प्रवक्ता संजय नायक, राजद अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मोo फैयाज अहमद, राजद शिक्षक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष शत्रुघ्न यादव, जिला राजद कोषाध्यक्ष विश्वनाथ राम, जिला राजद नेता जयशंकर राय, जिला सचिव उजियारपुर अरुण कुमार सिंह, राजाराम महतो, करण भास्कर आदि मौजूद थे l
समस्तीपुर संवाददाता अफरोज आलम की रिपोर्ट