डॉ केदारनाथ पाण्डेय को मात्र शिक्षक नेता या विधान पार्षद कहना उचित नहीं- डाॅ सुरेश राय

बिहार के शिक्षा एवं शिक्षक के उत्थान में अपना जीवन ही नहीं बल्कि सर्वस्व समर्पित करने वाले पुरोधा थे डाॅ केदारनाथ पांडेय- डॉ सुरेश प्रसाद राय

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बिहार के शिक्षा एवं शिक्षक के उत्थान में अपना जीवन ही नहीं बल्कि सर्वस्व समर्पित करने वाले पुरोधा थे डाॅ केदारनाथ पांडेय- डॉ सुरेश प्रसाद राय

डीएनबी भारत डेस्क 

बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ तेघड़ा अनुमंडल के द्वारा भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती बाल दिवस के अवसर पर माध्यमिक शिक्षक संघ के राज्याध्यक्ष स्मृतिशेष डॉ केदारनाथ पांडे स्मृति व्याख्यानमाला का आयोजन अनुमंडल शिक्षक संघ कार्यालय में किया गया। व्याख्यानमाला की अध्यक्षता राष्ट्रीय उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक चिन्मयानंद एवं संचालन उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय गौरा के शिक्षक अविनाश कुमार ने किया।

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इस अवसर पर मुख्य वक्ता के तौर पर बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के संयुक्त सचिव डॉ सुरेश प्रसाद राय ने कहा कि स्मृति शेष केदारनाथ पांडे जी का संपूर्ण जीवन शिक्षा एवं शिक्षक के इर्द-गिर्द रहा। वह अपने संपूर्ण जीवन के कालखंड को शिक्षक के रूप में शुरू करते हुए एक कुशल राजनीतिज्ञ, संगठनकर्ता एवं सभी राजनीतिक दलों के सम्मानित स्वीकार्य महापुरुष रहे। पांडे जी का स्पष्ट मानना था कि समाज का उत्थान शिक्षा से होता है और शिक्षा का उत्थान शिक्षक से होता है इसलिए शिक्षकों के उत्थान के लिए सरकार को हमेशा सकारात्मक रूप से सोचना चाहिए। जब तक शिक्षक की समृद्धि नहीं होगी, शिक्षा का उत्थान नहीं होगा और तब तक हमारा समाज शिक्षित नहीं हो सकता है।

वहीं डॉ राय ने कहा कि स्मृतिशेष केदारनाथ पांडेय जी के द्वारा जो शिक्षक एव पुस्तकल्याध्यक्षों के समान काम, समान वेतन एवं सुविधा और पुरानी पेंशन नीति लागू करने की दिशा में जो आंदोलन चलाया गया उसे बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ आगे मुकाम तक पहुंचाने के लिए संघर्षरत रहेगी। इस अवसर पर डॉ राय ने कहा कि स्मृति से डॉक्टर केदारनाथ पांडे जी के स्मृति दिवस पर प्रत्येक वर्ष राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ व्याख्यानमाला का आयोजन करेगी और प्रत्येक इकाई को भी इसका अनुपालन करना चाहिए। केदारनाथ पांडे जी के स्मृति दिवस को प्रत्येक वर्ष शिक्षा दिवस के रूप में मनाने का भी उन्होंने आग्रह सरकार से किया।

इस अवसर पर जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के सचिव रंजीत कुमार एवं जिला अध्यक्ष उमानंद चौधरी जी ने कहा कि एकमात्र माध्यमिक शिक्षक संघ है जो शिक्षकों का संगठन है जिसमें दलीय सीमा से उपर उठकर है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अनुमंडल अध्यक्ष चिन्मयानंद जी ने कहा कि सिकंदर के पीछे अरस्तु एवं चंद्रगुप्त मौर्य के पीछे चाणक्य की छाया जिस प्रकार सम्राट का निर्माण कर रहा था उसी प्रकार देश के सबसे बड़े शिक्षक संगठन माध्यमिक शिक्षक संघ में डॉ केदारनाथ पांडे जी की भूमिका थी। जिसे ताउम्र भुलाया नहीं जा सकता है। अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन अनुमंडल सचिव पंकज कुमार ने किया। कार्यक्रम में तेघड़ा, भगवानपुर, मंसूरचक एवं बछवाड़ा प्रखंड के शिक्षक एवं शिक्षक संघ के पदाधिकारी एवं व शिक्षक भी उपस्थित हुए।

व्याख्यानमाला को तेघड़ा प्रखण्ड सचिव रवि कुमार, मंसूरचक प्रखण्ड सचिव धर्मेंद्र कुमार, बछवारा प्रखण्ड सचिव शिवंनाथ कुमार, बेगूसराय नगर सचिव अरुण कुमार, वरिष्ठ शिक्षक देव भूषण ईश्वर, सेवानिवृत्त शिक्षक श्रीदेव सिंह, चुनाव आयोग देवीकांत राय, योगेश्वर पंडित, श्याम निरंजन सिंह, सुशील कुमार, देवव्रत कुमार आदि ने संबोधित करते हुए डॉ केदारनाथ पांडे के जीवन चरित्र पर व्यापक रूप से अपने अपने विचारों को रखा। मौके पर शिक्षक शिक्षक प्रभात कुमार, राजा राय, रामचंद्र पोद्दार, मेनका कुमारी, चौरसिया जी, लूसी कुमारी, संगीता कुमारी, मो इकबाल, भुवनेश्वर दास आदि उपस्थित थे।

 

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