बछवाड़ा में भीषण गर्मी के बीच अचानक एक दर्जन से अधिक छात्रा हुए बेहोश, स्कूल परिसर मेंरहा अफरा- तफरी का माहौल
डीएनबी भारत डेस्क
प्रखंड क्षेत्र में भीषण गर्मी से जहां आम लोगों सुबह से लेकर शाम तक अपने अपने घरों में दुबके रहते हैं, वही दोपहर के चिलचिलाती धूप में बच्चों को विद्यालय से अपने घर लौटना पड़ता है, हीट बेव के कारण विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राएं समेत शिक्षकों को काफी विद्यालय में रहते हुए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.बछवाड़ा प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों में बुधवार को भीषण गर्मी के कारण करीब एक दर्जन से अधिक छात्र-छात्राएं समेत शिक्षक बीमार हो गये और बेहोश होकर जमीन पर गिर गये.
जिस कारण विद्यालय के छात्र-छात्राएं समेत शिक्षक भी परेशान नजर आए. उत्क्रमित मध्य विद्यालय नारेपुर दियारा अनूसूचित के शिक्षक ने बताया कि उष्म भरी गर्मी के कारण तृतीय वर्ग के छात्र अंकुश कुमार,शिवराज कुमार, हार्दिक कुमार व चतुर्थ वर्ग के छात्रा रूपाली कुमारी का अचानक तबीयत बिगड़ गया,जिस कारण विद्यालय में छात्र-छात्राओं समेत शिक्षकों में अफरातफरी मच गया. वही शिक्षकों ने सभी छात्र-छात्राओं को हवा के जगहों पर लेटाकर पानी का छींटा मारने लगे, कुछ देर के बाद बच्चों ने आंख खोली तो परिजनों को बुलाकर घटना की जानकारी देते हुए इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां स्थिति सामान्य बताया जा रहा है.
वही उत्क्रमित मध्य विद्यालय दरगहपुर ठाकुरवाड़ी गोधना में पठन पाठन के दौरान आयुष कुमार,अमित कुमार,अंकुश कुमार,सोनाक्षी कुमारी,शालू कुमारी,अभिनव कुमार समेत आधा दर्जन छात्र बेहोश हो गये. जिसे पानी का छींटा देकर किसी तरह होश में लाया गया, जिसके बाद परिजनों को बुलाकर छात्रों को उनके हवाले किया गया.प्राथमिक विद्यालय जोकहा के शिक्षक सियाराम महतो पढ़ाई के दौरान बेहोश हो गये.अभिभावकों में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक के खिलाफ रोष बढ़ता ही जा रहा है. भीषम गर्मी और लू के बावजूद स्कूलों में ना तो छुट्टी दी जा रही है, और ना समय में बदलाव किया जा रहा है.
उन्होने कहा कि विद्यालय में बिजली तो लगा दिया गया है, लेकिन बिजली नहीं रहने के कारण विद्यालय में लगा पंखा हाथी का दांत साबित हो रहा है.भीषण गर्मी में पंखा नहीं चलने के कारण छात्र-छात्राएं समेत शिक्षक बेहोश हो रहे हैं.स्थानीय समाजसेवी श्याम प्रसाद दास,विजय शंकर दास,उमेश कुंवर कवि,अरूण कुमार यादव,कुमार रूपेश यादव समेत अविभावकों ने जिलाधिकारी से मांग करते हुए कहा कि भीषण गर्मी के बावजूद विद्यालय खुले रहने तथा विद्यालय में छात्रों की उपस्थिति अनिवार्य करने से विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राएं बीमार हो रहे हैं. ऐसी स्थिति में जिलाधिकारी अपने विषेशाधिकार का उपयोग करते हुए सभी विद्यालय में छुट्टी दिया जाय, जिससे छात्रों के जीवन को बचाया जा सके.
डीएनबी भारत डेस्क