7 साल में एक पीसीसी सड़क निर्माण के लिए तीन योजनाएं…कहां तक उचित, ग्रामीणों ने की उच्चस्तरीय जांच की मांग

बेगूसराय जिला के खोदावंदपुर प्रखण्ड अंतर्गत बरियारपुर पश्चिम में एसएच से बूढ़ी गंडक नदी तक जाने वाली सड़क पर एक ही पीसीसी सड़क निर्माण के लिए पिछले लगभग 07 साल लगभग 01 करोड़ रूपये के बंदरबांट की ग्रामीणों ने की जांच की मांग।

बेगूसराय जिला के खोदावंदपुर प्रखण्ड अंतर्गत बरियारपुर पश्चिम में एसएच से बूढ़ी गंडक नदी तक जाने वाली सड़क पर एक ही पीसीसी सड़क निर्माण के लिए पिछले लगभग 07 साल में 21सौ फीट पीसीसी सड़क निर्माण के लिए लगभग 01 करोड़ रूपये के बंदरबांट से आक्रोशित ग्रामीणों ने की जांच की मांग।

डीएनबी भारत डेस्क 

एक ही पथ पर अलग अलग योजनाओं से सड़क निर्माण के नाम पर सरकारी राशि के बंदरबांट का मामला अक्सर उजागर होते रहता है। ताजा मामला खोदावंदपुर प्रखंड के बरियारपुर पश्चमी पंचायत में एसएच 55 सड़क से पश्चिम बूढ़ी गंडक नदी तक जानेवाला 21 सौ फीट पीसी सड़क के निर्माण के नाम पर करोड़ों रूपया बंदरबट किये जाने का प्रकाश में आया है। जिसके बारे में आक्रोशित ग्रामीणों ने बताया कि एक ही सड़क के निर्माण के लिए लगभग 07 वर्षों में तीन बार योजना देकर लगभग करोड़ो रूपया का लूट खसोट किया जा रहा है।

उक्त मामले में डीएनबी भारत के स्थानीय संवाददाता ने ग्रामीणों एवं क्षेत्र के जानकरों से मिलकर योजनाओं के बारे में पूरी पड़ताल की जो इस प्रकार है-

दृश्य 1

इस पथ पर एसएच 55 से पश्चिम 500 फ़ीट की लंबाई में ग्राम पंचायत के तत्कालीन मुखिया प्रेमलता देवी द्वारा रेकार्ड के अनुसार करीब 6- 7 साल पूर्व दो फेज में दो दो लाख कुल चार लाख रुपया राशि से पीसीसी सड़क का निर्माण कराया गया।

दृश्य 2

इसी पथ को छह वर्ष पूर्व मुख़्यमंत्री ग्रामीण पथ निर्माण योजना से ग्रामीण पथ निर्माण विशेष प्रमंडल बखरी द्वारा 52 लाख 50 हजार की राशि से 2100 फ़ीट की लंबाई वाले सड़क का निर्माण किया गया है। जबकी 500 मीटर की लंबाई में मुखिया ने ग्राम पंचायत की योजना से पीसीसी सड़क निर्माण का कार्य किया जा चुका था। यहां पंचायत स्तर पर बनाए गए तत्कालीन अभिकर्ता द्वारा 500 फ़ीट की लंबा पीसीसी सड़क या उसकी राशि कहां गई यह गंभीर जांच का विषय है।

दृश्य 3

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इस पथ पर वर्तमान में पुनः 21 सौ फ़ीट की लंबाई में विशेष कार्य प्रमंडल बखरी द्वारा ओपन टेंडर के मध्यम से अभिकर्ता नियुक्त कर उसी ठीक ठाक चमचमाते सड़क पर पुनः सड़क पुनरीक्षण के नाम पर सड़क पर पीसीसी काम शुरू किया जा चुका है।

दृश्य 4

सड़क पर काम शुरू है पर कार्यस्थल पर कोई सूचना पट्ट नहीं लगाया गया है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार इसी पथ पर 41 लाख की अधिक राशि से पुनर्निर्माण होना है। जिसकी लक़बाई 2100 फिट चैड़ाई 12 फ़ीट और मोटाई छह इंच बताया जाता है। लेकिन स्थल पर छह इंच मोटा ढ़लाई के स्थान पर मात्र तीन से चार इंच मोटा गुणवत्ता विहीन ढ़लाई किया जा रहा है जो खुल्लम खुल्ला लूट है। नियम के अनुसार सड़क ढ़लाई कनीय अभियंता और सहायक अभियंता के मौजूदगी में कराया जाता है।

ग्रामीणों ने जताया विरोध 

एक ही सड़क का बार बारनिर्माण और घटिया निर्माण कार्य को ग्रामीणों ने रोक दिया। लेकिन ग्रामीणों के जाते ही अभिकर्ता के कर्मचारियों द्वारा दबंगई दिखाते हुए निर्माण कार्य पुन: शुरू कर दिया जा रहा है।

कहते हैं अभिकर्ता 

सही सलामत सड़क पर पुनः सड़क निर्माण के बावत अभिकर्ता ने बताया की हमने टेंडर निकालने पर काम लिया है। इसमें हमारा क्या दोष है जाने विभाग। रही बात छह इंच मोटा ढ़लाई की उसको हम दिखवा लेते हैं। जहां तक सूचना पट्ट नहीं लगने की बात है वह लगावा दिया जाएगा।

कहते हैं अधिकारी 

इस मामले में विशेष ग्रामीण विकास विशेष कार्य प्रमंडल मंझौल बखरी के कार्यपालक अभियंता से मोबाइल पर पूछने पर उन्होंने बताया कि पूरे मामले की जांच होगी। जहां भी त्रुटि होगा सुधारा किया जाएगा। रही बात एक ही सड़क पर  विभिन्न योजना के राशि के बन्दरबांट करने का, तो इसकी जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी होगें उनके विरुद्ध करवाई किया जाएगा।

बेगूसराय खोदावंदपुर संवाददाता नीतेश कुमार गौतम 

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