बेगूसराय में नशा मुक्ति को लेकर आयोजित हाॅफ मैराथन दौर में एक हजार से अधिक छात्र छात्राओं ने लिया भाग

नशा मनुष्य के शारिरिक, मांसिक एवं बौद्धिक विकास में सबसे बड़ा बाधक- डीएम,एसपी बेगूसराय

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नशा मनुष्य के शारिरिक, मांसिक एवं बौद्धिक विकास में सबसे बड़ा बाधक- डीएम,एसपी बेगूसराय

डीएनबी भारत डेस्क 

मनुष्य के शारिरिक, मांसिक, बौद्धिक विकास में सबसे बड़ा बाधक नशा है जो अनुशासन को खत्म करता है और अनुशासन के बगैर किसी भी क्षेत्र में सफलता की कल्पना नहीं की जा सकती है। इसके लिए समाजिक रूप से इसका सम्पूर्ण बहिष्कार के साथ नशा सेवन करने वाले लोगों के बारे में प्रशासन को जानकारी देनें की आवश्यकता है।

नशा समाजिक विकास को अवरूध करने में सबसे बड़ी कुरीति है। इसलिए विकसित, शिक्षित एवं अपराध मुक्त समाज के निर्माण में सकारात्मक रूप से युवा अग्रणी भूमिका में आगे आयें। उक्त बातें बेगूसराय में आयोजित नशा मुक्ति को लेकर आज हाफ मैराथन दौड़ में शामिल छात्र छात्राओं एवं युवाओं को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी बेगूसराय रोशन कुशवाह एवं एसपी बेगूसराय योगेन्द्र कुमार ने कही।

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बताते चलें कि नशा मुक्त हाॅफ मैराथन दौर 5 किमी एवं 10 किमी में एक हजार से अधिक छात्र छात्राओं ने भाग लिया। इस दौरान उपस्थित युवाओं ने नशा मुक्त समाज बनाने का संकल्प लिया। मैराथन दौर जिले के गांधी स्टेडियम से शुरू होकर विभिन्न रास्तों से गुजर कर गांधी स्टेडियम में ही समाप्त हुआ।

वहीं प्रतियोगियों में विजेता एवं उपविजेता को डीएम एवं एसपी के द्वारा प्रशस्ति पत्र के साथ पुरस्कृत किया गया। वहीं बेगूसराय के डीएम रोशन कुशवाहा ने कहा कि आगामी 26 नवंबर को पूरे राज्य में नशा मुक्ति दिवस मनाया जाएगा इस मौके पर जिन पदाधिकारियों या सामजिक स्तर पर अन्य लोगों ने नशा मुक्ति के दिशा में बेहतर कार्य और पहल किए हैं उन्हें सम्मानित किया जाएगा।

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