बरौनी उपमुख्य पार्षद नेहा मेहता एवं वार्ड पार्षद चंदन कुमार के शिकायत का दिखा असर

बरौनी उपमुख्य पार्षद एवं पार्षद ने विद्यालय निरिक्षण के दौरान अनुपस्थित शिक्षक पर की थी कार्यवाई की मांग, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने अनुपस्थित पाए गए शिक्षकों से 24 घंटे के अंदर मांगा स्पष्टीकरण, कहा क्यों नहीं नो वर्क नो पे के आधार पर 1 दिन का वेतन काटा जाए

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बरौनी उपमुख्य पार्षद नेहा मेहता एवं पार्षद चंदन कुमार ने विद्यालय निरिक्षण के दौरान अनुपस्थित शिक्षक पर कार्यवाई की मांग के आलोक में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने अनुपस्थित पाए गए शिक्षकों से 24 घंटे के अंदर मांगा स्पष्टीकरण, कहा क्यों नहीं नो वर्क नो पे के आधार पर 1 दिन का वेतन काटा जाए।

डीएनबी भारत डेस्क

पिछले दिनों बरौनी नगर परिषद उपमुख्य पार्षद नेहा मेहता वार्ड संख्या 14 वार्ड पार्षद चंदन कुमार ने ग्रामीणों की शिकायत पर क्षेत्र के महासुंदरी नेपाली चौधरी प्राथमिक विद्यालय में 10 बजे सुबह निरिक्षण को पहुंचे तो विद्यालय के चार पदस्थापित शिक्षिकाओं में से एक उपस्थित नहीं थे। जिसकी शिकायत जनप्रतिनिधि ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की।

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वहीं प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी ने उपमुख्य पार्षद नेहा मेहता एवं पार्षद चंदन कुमार के कार्यवाई की शिकायत के आलोक एवं शिक्षा में गुणात्मक सुधार को लेकर विभागीय पत्र जारी करते हुए उक्त विषय को गंभीरता से लेकर प्रधानाध्यापिका सहित सभी शिक्षकों को 24 घंटे के अंदर लिखित स्पष्टीकरण मांगा है और पत्र में यह भी लिखा है कि यह घोर लापरवाही है। क्यों नहीं नो वर्क नो पे के आधार पर 1 दिन का वेतन दोषी शिक्षकों का काटा जाए।

उपमुख्य पार्षद नेहा मेहता ने कहा कि सरकार के द्वारा आम लोगों को मिलने वाली सुविधा जन जन तक पहुंचाने का हमारा लक्ष्य है सभी विद्यालयों में शिक्षा समिति के गठन का कार्य 1 सप्ताह में पूरा करना है जिसके लिए पत्र भी जारी किया गया है उसके बाद बरौनी नगर परिषद क्षेत्र के सभी आंगनवाड़ी की बदतर स्थिति को देखते हुए ग्रामीणों की मांग पर भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए मुहिम चलाया जाएगा।

बताते चलें कि प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय में विद्यालय के प्रशासनिक व्यवस्था मध्यान भोजन विकास अधिकारियों के संचालन के लिए शिक्षा समिति का प्रावधान है। जिसका पदेन अध्यक्ष क्षेत्र के वार्ड पार्षद अथवा वार्ड सदस्य होते हैं।

चुनाव परिणाम घोषित होने के साथ ही सभी वार्ड पार्षद अपने क्षेत्र के प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय के पदेन अध्यक्ष होते हैं। लेकिन विद्यालय प्रधानाध्यापक की उदासीनता के कारण अभी तक एक भी बैठक नहीं की गई है। अधिकांश विद्यालयों के शिक्षा समिति में वर्तमान वार्ड पार्षद का नाम भी नहीं जोड़ा गया है। जिसको लेकर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने पहले भी नाराजगी जाहिर करते हुए अविलंब शिक्षा समिति गठन करने की बात को लेकर भी पत्र जारी किया है।

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