परिजनों का आरोप है कि सदर अस्पताल बेगूसराय में प्रसव के बाद अभिभावकों एवं प्रसूता से अवैध रुपए की भी वसूली की जाती है। साथ ही साथ बच्चा अदला बदली करने के लिए भी परिजनों से पैसे की उगाही की जाती है।
डीएनबी भारत डेस्क
स्वास्थ्य कर्मियों के कारनामों की वजह से सदैव सुर्खियों में रहने वाले देश के नाम चिन अस्पतालों में से एक बेगूसराय सदर अस्पताल एक बार फिर सवालों के घेरे में है । इस बार सदर अस्पताल प्रबंधन पर बच्चा अदला-बदली का आरोप लगाकर लोगों ने जमकर हंगामा किया है ।
एक तरफ जहां दो प्रसूता महिलाओं का आरोप है कि उनके लड़के को बदलकर लड़की थमा दिया गया तो वहीं स्वास्थ्य विभाग इस इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए आरोप को निराधार बताती है । अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि बच्चा बदली का आरोप बिल्कुल मिथ्या है एवं सही जच्चा को उनका अपना बच्चा दिया गया है।
फिलहाल जो भी हो लेकिन इन आरोपों के बाद स्वास्थ्य महकमा एक बार फिर सवालों के घेरे में है। क्या है
आपने अक्सर निजी नर्सिंग होम में बच्चा चुराने या बच्चा बदलने की घटना सुना होगा लेकिन आज हम बात कर रहे हैं बिहार के नामचीन सरकारी अस्पतालों में से एक बेगूसराय सदर अस्पताल की जहां दो प्रसूता महिलाओं ने सदर अस्पताल में मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों पर बच्चा हेरा फेरी का आरोप लगाया है।
दरअसल चिल्हाय रामपुर की रहने वाली निशु कुमारी का प्रसव बीती रात सदर अस्पताल में हुआ। निशु कुमारी का आरोप है कि पहले उसे बताया गया कि उसे लड़का पैदा हुआ है एवं बच्चों को उसके परिजनों को भी सौंप दिया गया। लेकिन लगभग उसी समय मटिहानी की रहने वाली निक्की कुमारी को भी प्रसव हुआ था एवं उसे भी लड़का होने की बात बताई गई थी।
लेकिन निशु कुमारी का आरोप है कि तकरीबन 2 घंटे के बाद उसके परिजनों के गोद से लड़के को छीन लिया गया एवं निक्की कुमारी के परिजनों को सौंप दिया गया । तत्पश्चात वह लोग बच्चे लेकर वहां से चम्पत हो गए। बाद में निशु कुमारी के परिजनों ने सदर अस्पताल प्रबंधन एवं स्वास्थ्य कर्मियों पर आरोप लगाते हुए जमकर बवाल काटा।
साथ ही साथ परिजनों का आरोप है कि सदर अस्पताल बेगूसराय में प्रसव के बाद अभिभावकों एवं प्रसूता से अवैध रुपए की भी वसूली की जाती है। साथ ही साथ बच्चा अदला बदली करने के लिए भी परिजनों से पैसे की उगाही की जाती है।
वहीं वार्ड में मौजूद अन्य महिलाओं ने भी निशु कुमारी का समर्थन करते हुए कहा कि अस्पताल में मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा निशु कुमारी को लड़का होने की बात बताई गई थी एवं लड़का उसे सौंप दिया गया था लेकिन बाद में उसे बदल दिया गया। वहीं अस्पताल प्रबंधक पंकज कुमार ने कहा कि लोगों के द्वारा लगाया गया आरोप निराधार है ।
जब अस्पताल में मौजूद रजिस्टर की जांच की गई तो बच्चा अदला बदली की बात झूठ साबित हुई है । निशु कुमारी को लड़की हुई थी और निक्की कुमारी को लड़का हुआ था। डॉक्टरों ने भी इस बात की पुष्टि की है और सही जच्चा को उनका अपना बच्चा दिया गया है ।
डीएनबी भारत डेस्क