समस्तीपुर से नीतीश कुमार के करीबी और जिला के प्रभारी मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शाम्भवी चौधरी को एनडीए प्रत्याशी बनाने के बाद बाहरी उम्मीदवार बताकर हो रहा है विरोध
बावजूद गठबंधन के नेताओं ने अपनी अपनी बात रखी
डीएनबी भारत डेस्क
समस्तीपुर की NDA उम्मीदवार शांभवी चौधरी आगामी 19 अप्रैल को नामांकन करेंगी। नामांकन के दौरान NDA के घटक दल भाजपा के साथ ही जदयू, लोजपा रामविलास के साथ ही राष्ट्रीय लोक मोर्चा के बड़े नेताओं का जुटान होगा। NDA द्वारा सोमवार को शहर के स्टेशन रोड स्थित एक होटल में आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान यह जानकारी दी गई।
इस मौके पर लोजपा रामविलास के जिलाध्यक्ष अनुपम कुमार सिंह उर्फ हीरा सिंह ने कहा कि बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी की बेटी और धार्मिक न्यास बोड के अध्यक्ष किशोर कुणाल की बहू हैं। उन्होंने दिल्ली से उच्च शिक्षा प्राप्त किया है। पढ़ी-लिखीं हैं। भारतीय इतिहास में सबसे कम उम्र की सांसद बनने का रिकार्ड समस्तीपुर से बनाएगी।
समस्तीपुर के विकास के लिए वह हमेशा तत्पर रहेंगी। इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, जदयू के जिलाध्यक्ष दुर्गेश राय, बिहार महिला आयोग की अध्यक्ष अश्वमेध देवी ने कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि इतनी पढ़ी लिखी उम्मीदवार समस्तीपुर को मिली है। वह कुछ सोच कर ही राजनीति के क्षेत्र को चुनी होंगी। समस्तीपुर के चौमुखी विकास के लिए उन्होंने प्लानिंग की है। 5 अप्रैल को समस्तीपुर से शुरू करेंगी अभियान भाजपा की एमएलसी डॉ. तरुण चौधरी ने कहा कि NDA उम्मीदवार शांभवी चौधरी का कैपेंन आगामी 5 अप्रैल से शुरू होगा। वह उस दिन एनडीए के नेताओं के साथ बैठक करेंगीं।
एनडीए के नेताओं ने कहा कि युवा की घोषणा के साथ ही यहां के एनडीए नेताओं को जोश से भर दिया है।वंशवाद के सवाल को परिभाषित करते दिखे एनडीए नेता संवाददाता सम्मेलन के दौरान के वंशवाद को लेकर किए गए सवाल के जवाब पर एनडीए नेता परिभाषित करते नजर आए। उन्होंने कहा कि शांभवी को उनके टैलेंट के बल पर प्रत्याशी बनाया गया है। वंशवाद को कांग्रेस और राजद करती है।
इस मौके पर पूर्व विधायक विश्वनाथ पासवान, लोकसभा संयोजक प्रभात राज किशोर हजारी, समस्तीपुर उप प्रमुख राजेश कुमार, भाजपा जिला कोषाध्यक्ष अमित सिंह, किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष सुजीत भास्कर पटेल भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष अनिल साह, जदयू नेता अनस रिजवान इत्यादि उपस्थित रहे।
समस्तीपुर संवाददाता अफरोज आलम की रिपोर्ट