बिहारशरीफ में हुई हिंसा का असर हनुमान जयंती पर भी देखने को मिला,सबसे प्राचीन हनुमान मंदिर धनेश्वरघाट में नही उमड़ी श्रद्धालुओ की भीड़
शहर के धनेश्वरघाट मंदिर जहां पिछले साल हनुमान जयंती के मौके पर हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ होती थी आज उस मंदिर में चंद श्रद्धालु ही पूजा करते नजर आए।
डीएनबी भारत डेस्क
बिहार शरीफ में हनुमान जयंती कर मौके पर जहां मंदिरों में भक्तो की भीड़ देखी जाती थी आज वहां कुछ ही श्रद्धालु हनुमान जयंती के मौके पर पूजा करने पहुँच रहे है। हालांकि प्रशासन के द्वारा पूर्व में ही हनुमान जयंती को लेकर मंदिरों की सुरक्षा को बढ़ा दिया था।
खुद एसडीओ डीएसपी पूरे सवेदनशील इलाके में रात्रि में भी गस्त करते दिखे थे। शहर के धनेश्वरघाट मंदिर जहां पिछले साल हनुमान जयंती के मौके पर हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ होती थी आज उस मंदिर में चंद श्रद्धालु ही पूजा करते नजर आए। मंदिर के पुजारी ने कृष्ण पांडेय ने बताया कि धनेश्वरघाट मंदिर शहर का काफी पुराना मन्दिर है।
इसकी स्थापना 250 वर्ष पूर्व निर्माण किया गया था जबकि इसमें भगवान हनुमान की मूर्ति 1947 में स्थापित की गई थी।मंदिर के पुजारी ने कृष्ण पांडेय ने बताया कि रामनवमी के दौरान हुई गगन्दीवान में हुई हिंसा का असर श्रद्धालुओ पर दिख रहा है।
हालांकि वर्तमान में बिहार शरीफ की स्थिति काफी सामान्य हो चुकी है लेकिन धारा 144 अभी भी लागू है। जिसके कारण हनुमान जयंती के मौके पर यहां आम दिनों के तरह भी श्रद्धालु नही पहुच रहे है। फिलहाल बिहार शरीफ में हुए उपद्रव को लेकर 8 अप्रैल तक इंटरनेट सेवा बाधित रहेगी।
ऋषिकेश संवाददाता नालंदा