अन्नपूर्णा अभियान से जरुरतमंदों के बीच दैनिक उपयोग की वस्तुए जैसे चावल, दाल, चुडा आदि बांट कर जीवन शांत और संतोषपूर्ण होगा- सिन्हा
डीएनबी भारत डेस्क
डीएव़ी पब्लिक स्कूल, एचएफसी उवर्रकनगर, बरौनी में अन्नपूर्णा अभियान का शुभारंभ करते 250 लाभुकों के बीच राशन का वितरण किया गया। विद्यालय के बच्चों द्वारा जन्मदिन के अवसर पर चाकलेट और केक के बदले संग्रहित राशन को जरूरतमंदों के बीच बांटा गया।
कार्यक्रम का उदघाटन डीएवी के सहायक क्षेत्रीय पदाधिकारी के के सिन्हा, एचएफसी बरौनी के प्राचार्य सुमन्त घोष, डीएव़ी पब्लिक स्कूल, इटवा नगर के प्राचार्या सबिता कुमारी, डीएव़ी पब्लिक स्कूल लखीसराय के प्राचार्य निरंजन कुमार, जमुई डीएवी के प्राचार्य मृणाल कुमार, शेखपुरा प्राचार्या सुधा झा, एसबीआई बीटीएफ के मुख्य शाखा प्रबन्धक अमित राज, प्रबंधक जनसंपर्क शिल्पा सिन्हा, साधना देवी द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर वैदिक मंत्रोचारण के साथ किया।
उद्घाटन समारोह को संबोधित करते श्री सिन्हा ने कहा की अन्नपूर्णा अभियान से जरुरतमंदों के बीच दैनिक उपयोग की वस्तुए जैसे चावल, दाल, चुडा आदि बांट कर जीवन शांत और संतोषपूर्ण होगा। यह योजना बच्चों को दूसरों को मदद करने का हूनर सिखलाता है। ऐसे तो आर्य समाज शुरु से ही जनकल्याण का कार्य कर रहा है। चाहे वह किसी आपदा की घड़ी हो या समाज में चेतना जगाने का कार्य हो, यह योजना सेवा भाव भी सिखलाता है।
प्राचार्य सुमंत घोष ने सभी आगत अतिथियों का अभिवादन करते हुए कहा की ऐसे योजना को आरम्भ करने से अपने आप को गर्व महसूस होता है। ऐसे योजना से समाज से लुप्त हो रहे सेवा भाव को पुनः स्थापित करने में मदद मिलेगा। उन्होंने कहा की आने वाले समय में ऐसे आसपास के जरुरतमंदो को समय – समय पर सेवा दिया जाएगा। वहीं प्राचार्य नीरज कुमार सिंह ने कहा कि आर्य का अर्थ श्रेष्ठ होता है, श्रेष्ठ का मतलब कर्मों से है जो दूसरों का मदद करने में तत्पर रहते है। इस अभियान में बच्चे व् शिक्षक अपने जन्म दिवस पर टॉफ़ी, चोकलेट आदि न बांटकर जरुरतमंदों के लिए दैनिक उपयोग की वस्तुए जैसे चावल, दाल , चुडा आदि लगभग जरुरत मंदों के बीच बांटा गया है।
प्राचार्य सबिता ने कहा कि यह एक जनकल्याणकारी योजना है जिससे बच्चों में नैतिक मूल्यों का विकास होता है। निरंजन कुमार, प्राचार्य डी.ए.व़ी. पब्लिक स्कूल लखीसराय ने अपने संबोधन में कहा की ऐसे योजना का प्रारम्भ करना एक प्रसंसनीय कार्य है जिससे समाज में डी.ए.व़ी के मूल्यों को सही रूप में आँका जायेगा। प्राचार्य मृणाल कुमार ने कहा कि जरुरतमंदों की मदद करना सच्ची सेवा माना जायेगा। इसके पूर्व अतिथियों का स्वागत बुके और स्वागत गान से किया गया। कार्यक्रम में शिक्षक धनंजय कुमार मिश्र, अभिषेक कुमार, आचार्य नरेन्द्र कुमार, हेमंत कुमार मिश्र नम्रता सिन्हा, दिवाकर कुमार, डॉ सुप्रिया कुमारी, प्रशांत रंजन, संजीव कुमार सहित अन्य शिक्षक उपस्थित थे।
बेगूसराय बीहट संवादाता धरमवीर कुमार की रिपोर्ट