खगड़िया जिले के मुरादपुर गंगा किनारे मिला अनोखी पत्थर, आस्था का बना केंद्र, मंदिर निर्माण की तैयारियां शुरू
डीएनबी भारत डेस्क
खगड़िया जिले के परबत्ता प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत माधवपुर पंचायत के मुरादपुर गांव में गंगा नदी में एक तैरता पत्थर मिलने से बना आस्था का केंद्र, बनेगा राम मंदिर। प्राप्त जानकारी अनुसार मुरादपुर गांव के बैदनी कुमार यादव नामक एक चरवाहा सुल्तानगंज की छोड़ से गंगा पार कर मुरादपुर गांव आ रहा था कि तभी चरवाहा युवक को तैरता हुआ पत्थर मिला, जिसे सैकड़ों स्थानीय लोगों द्वारा गंगा में डुबोने की लाख प्रयास किया गया, परंतु पत्थर गंगा नदी के जल में तैरता रहा।
ग्रामीण इसे त्रेतायुग में भगवान श्रीराम के लंका जाने के लिए समुद्र पर बनवाए गए पुल के पत्थरों से जोड़ रहे है और मंदिर निर्माण की भी तैयारियां शुरू कर दी गई है। वहीं मौजूद साजन कुमार, राहुल कुमार, गौतम कुमार आदि सैकड़ों ग्रामीणों का दावा है कि यह पत्थर नदी में तैर रहा था। वहीं पुछताछ में भी मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि गंगा पार करने के दौरान नदी में तैरते पत्थर पर चरवाहों की नजर पड़ गई। एक चरवाहा नदी में घुसकर पत्थर को निकाल लाया। इस पत्थर को देखकर ग्रामीण आश्चर्यचकित हैं। आस्था भाव से इसकी पूजा कर रहे हैं। पत्थर का वजन 5 किलो 600 ग्राम है।
बताते चलें कि पानी में तैरते पत्थर को देखकर ग्रामीण हैरत में पड़ गए। जिस किसी को भी इसकी जानकारी मिली, वह इस पत्थर को देखने चला आया और क्षेत्र के विभिन्न गांवों के लोगों का आवाजाही देर शाम तक बरकरार रही। बताते चलें कि स्थानीय ग्रामीण पानी में तैरने वाले पत्थर को आस्था से जोड़कर देख रहे हैं। इस अद्भुत पत्थर को वह गंगा नदी किनारे पीपल वृक्ष के नीचे मंदिर पर एक कुंडी बनवाकर उसमें रखें हुए हैं, जहां पूजा पाठ भी प्रारंभ कर दी गई हैं। इसके पश्चात मंदिर निर्माण की बात कही जा रही है।
खगड़िया संवाददाता राजीव कुमार की रिपोर्ट