डीएम रोशन कुशवाहा के साथ आईआईटी बॉम्बे के टीम की हुई बैठक में कचरों के प्रबंधन को लेकर विस्तार से चर्चा की गयी। जिस पर प्रो एनसी नारायणन ने जिलाधिकारी से कचरे के बेहतर प्रबंधन को लेकर अपनी बात रखी।
डीएनबी भारत डेस्क
आईआईटी बॉम्बे के साथ आकाशगंगा रंग चौपाल एसोसिएशन बरौनी की साइकिल पे संडे टीम मिलकर कचरों का प्रबंधन करेगी। इसको लेकर आईआईटी मुंबई द्वारा नगर परिषद बीहट, सिमरिया दो और रिफाइनरी टाउनशिप स्थित डंपिग यार्ड का निरीक्षण किया गया।
वहीं कचरों के प्रबंधन को लेकर मध्य विद्यालय बीहट में आईआईटी मुंबई द्वारा प्रेरण सत्र का आयोजन किया गया। जिसमें नगर परिषद बीहट की मुख्य पार्षद देवता देवी, उप मुख्य पार्षद ऋषिकेश कुमार, वार्ड प्रतिनिधि गौतम कुमार, नारायण सिंह, सरोज कुमार, कुमार राजा, रजनीश कुमार टोनी विद्यालय की वरिष्ट शिक्षिका अनुपमा सिंह ने भाग लिया।
वहीं इस अवसर पर मिथिलांचल संगीत महाविद्यालय बीहट के प्राचार्य अशोक पासवान के नेतृत्व में छात्राओं ने स्वागत गान प्रस्तुत किया। वहीं स्वागत भाषण करते हुए वरिष्ठ पत्रकार पुष्पराज ने कहा की बेगूसराय का यह अभियान बदलाव का अभियान है जो संघर्ष करना जानते हैं और मैं आईआईटी मुंबई को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने अपने साथ ऐसे लोगों को साथ किया है जो केवल काम करने जानते हैं।
मौके पर आकाश गंगा रंग चौपाल एसोसिएशन के अध्यक्ष अमर ज्योति, सचिव गणेश गौरव, कोषाध्यक्ष रूपेश कुमार, विपिन कुमार राज, विनोद भारती, प्रशांत कुमार, अंशु कुमार, राजू कुमार, सोनू भारद्वाज, राहुल, विक्रम, श्याम, शशि, विकास, इंजीनियर गौरव कुमार, राजेश कुमार, युवा संवेदक चंदन कुमार, अंकित कुमार ने आगत अतिथियों का सम्मान अंग वस्त्र और पौधा भेंटकर किया। इस अवसर पर मध्य विद्यालय बीहट की छात्रा शुभांगी, शेफाली, ज्योति द्वारा जल संरक्षण व दिनकर की कविता का पाठ किया गया। धन्यवाद ज्ञापन मध्य विद्यालय बीहट के प्रधान रंजन कुमार ने किया।
विदित हो कि आईआईटी मुंबई की टीम द्वारा नगर परिषद बीहट के सिमरिया घाट स्थित डंपिंग यार्ड को लेकर विशेष सर्वे रिपोर्ट डीएम रोशन कुशवाहा को सौंपते हुए बातचीत की है। डीएम रोशन कुशवाहा के साथ आईआईटी बॉम्बे के टीम की हुई बैठक में कचरों के प्रबंधन को लेकर विस्तार से चर्चा की गयी। जिस पर प्रो एनसी नारायणन ने जिलाधिकारी से कचरे के बेहतर प्रबंधन को लेकर अपनी बात रखी।
उन्होंने कहा कि जहां एक तरफ गीले कचरे का उपयोग कमोबेश हो पा रहा है। वहीं दूसरी तरफ सूखे कचरों से अगल-बगल के गड्ढों को भरा जा रहा है या फिर डंपिंग यार्ड में ऐसे ही छोड़ दिया जा रहा है जोकि काफी खतरनाक है। खासकर के नगर परिषद बीहट का डंपिंग यार्ड जहां कमोबेश 4-5 वर्षों में बाढ़ आने से वहां का कचरा पानी में मिल जाता है। ऐसी स्थिति में आईआईटी बॉम्बे टेक्नोमांट कंपनी के साथ मिलकर कचरा प्रबंधन को लेकर विशेष रूप से काम करेगी।
जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने इसकी सराहना करते हुए कहा की फिलहाल इसे 4-5 वार्ड के स्तर पर प्रयोग के रूप में शुरू किया जा सकता है। आने वाले समय में नगर निगम सहित अन्य को लेकर बेहतर बनाया जा सकता है। आईआईटी बॉम्बे से आई डॉ नीलम राणा, रोहित जोसेफ, राकेन्दु ने बताया कि आईआईटी बॉम्बे के द्वारा केरल के क्षेत्र में वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर काम किया जा रहा है और वहां पर यह प्रयोग सफल भी रहा है जहां बेहतर कार्य के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार भी ऐसे हासिल हो चुके हैं।
डॉक्टर नीलम राणा ने कहा कि नगरपरिषद बीहट क्षेत्र की घनी आबादी को ध्यान में रखते हुए और बरौनी के औद्योगिक क्षेत्र होने की वजह से यहां कचरों के प्रबंधन को लेकर काम करने की बहुत जल्द आवश्यकता है। स्थानीय स्तर पर लोगों को जागरूक करने के लिए साइकिल पे संडे के साथ हम इसे बेहतर रूप देंगे और लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करने का काम करेंगे।
आकाशगंगा के संयोजक डॉ कुंदन ने बताया की आईआईटी मुंबई ने साइकिल पे संडे को इस कार्यक्रम के लिए अपना हिस्सा बनाया है और हमारी समझ है कि हम लोगों को पहले से भी पर्यावरण के प्रति जागरूक करने की कोशिश करते रहे हैं। जब आईआईटी मुंबई का सहयोग हमें मिल रहा है तो हम अपने अभियान को और गति देंगे।
बेगूसराय बीहट संवादाता धरमवीर कुमार की रिपोर्ट