नीतीश कुमार जिस जंगल राज का विरोध कर बिहार की सत्ता में काबिज हुए थे आज उसी जंगल राज को लाने वालों के गोद में जा बैठे हैं-उपेन्द्र कुशवाहा
उपेंद्र कुशवाहा आज अपने एक दिवसीय कार्यक्रम के तहत बेगूसराय पहुंचे जहां उन्होंने दिनकर भवन में कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लिया
डीएनबी भारत डेस्क
राष्ट्रीय लोक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा आज अपने एक दिवसीय कार्यक्रम के तहत बेगूसराय पहुंचे जहां उन्होंने दिनकर भवन में कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लिया एवं कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस मौके पर स्थानीय कार्यकर्ताओं ने अपने नेता का भव्य स्वागत किया एवं कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर किया गया । उक्त कार्यक्रम में स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ-साथ पार्टी के कई वरिष्ठ नेता भी शामिल हुए।
इस मौके पर उपेंद्र कुशवाहा ने एक बार फिर नीतीश कुमार एवं तेजस्वी यादव को आरे हाथों लेते हुए कहा कि नीतीश कुमार की नीति सब दिन यूज़ एंड थ्रो वाली रही लेकिन अब उन्होंने उससे भी बढ़कर यूज़ और क्रश करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जिस जंगल राज का विरोध कर बिहार की सत्ता में काबिज हुए थे आज उसी जंगल राज को लाने वालों के गोद में जा बैठे हैं तथा बिहार की सत्ता राजद के युवराज को सौंपने की तैयारी कर रहे हैं ।
उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी नीति सदैव स्वार्थ से संलिप्त रही है उन्होंने कभी भी पार्टी के कार्यकर्ताओं एवं अपने समाज के लोगों को बढ़ाने की कोशिश नहीं की। जहां तक प्रधानमंत्री का ख्वाब देखने की बात है तो उपेंद्र कुशवाहा ने कहा यह मौका भी नीतीश कुमार खो चुके हैं । यदि वह जदयू को ही मजबूत करते तब उनका ख्वाब पूरा हो सकता था ।
विपक्ष की बैठक के संबंध में पूछे जाने पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा की यह सब खोखले आडंबर हैं बैठकों से कुछ भी हासिल होता नहीं दिख रहा। दरअसल उपेंद्र कुशवाहा आज अपने एक दिवसीय कार्यक्रम के तहत बेगूसराय पहुंचे थे जहां उन्होंने आगामी चुनाव को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं को आवश्यक निर्देश भी दिए हैं तथा जन-जन तक अपनी संपर्क बढ़ाने की बात कही है । साथ ही साथ उन्होंने बिहार की कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि आज बिहार में जंगलराज की वापसी हो चुकी है ,अपराधियों का साम्राज्य कायम है और सरकार अपराध पर नियंत्रण पाने में बिफल है ।
बेगूसराय संवादाता सुमित कुमार बबलू की रिपोर्ट