समस्तीपुर के दो सहोदर अपराधी भाई का यूपी में एनकाउंटर में मौत, बिहार और यूपी दोनों पुलिस को थी बहुत दिनों से तालाश

बैंक लूट, हत्या एवं बाढ़ कोर्ट से फरार होने के आरोप में यूपी बिहार पुलिस को थी तालाश।

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बैंक लूट, हत्या एवं बाढ़ कोर्ट से फरार होने के आरोप में यूपी बिहार पुलिस को थी तालाश। यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया दोनों भाई को, तीसरे भाई फरार, पिता ने शव लाने से किया इंकार, पैरालाइसिस से ग्रसित होने का दिया।

डीएनबी भारत डेस्क 

यूपी के वाराणसी में दारोगा से पिस्‍टल लूट एवं उसे गोली मारकर घायल कर देनें की घटना के बाद सक्रिय हुए अपराधी की गिरफ्तारी में वाराणसी पुलिस जुटी हुई थी। इसी बीच सोमवार की सुबह अपराधियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ की खबर सामने आई। जिस मुठभेड़ में दो अपराधी के पुलिस एनकाउंटर में मारे जाने एवं एक का फरार होने की सूचना मिली। वहीं मारे गए दोनों बदमाशों की पहचान बिहार के समस्‍तीपुर जिले के मोहिउद्दीननगर थाना क्षेत्र के आनंदगोलवा गांव निवासी मनीष सिंह और रजनीश सिंह के रूप में हुई है जबकि उसका बड़ा भाई ललन सिंह मौके से फरार हो गया।

मृतक की पहचान के बाद यूपी पुलिस ने बिहार पुलिस से संपर्क किया। जिसके बाद उन्हें जानकारी मिली कि तीनों आरोपी हाल ही में पटना जेल से भागे थे और बिहार पुलिस को इनकी सरगर्मी से तलाश थी। बताते चलें कि छह मार्च, 2017 को बाढ़ के बेलछी थाना क्षेत्र के बाघाटिलहा गांव के समीप पंजाब नेशनल बैंक की शाखा से दिनदहाड़े 60 लाख रुपये लूटने के मामले में तीनों भाई आरोपित था। उस लूटकांड में बैंक के गार्ड योगेश्वर पासवान, सुरेश सिंह और चालक अजीत यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

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उस मामले में पटना के तत्कालीन एसपी मनु महराज ने तीनों को मोहिउद्दीननगर थाना क्षेत्र के आनंदगोलवा से गिरफ्तार किया था। पुलिस दोनों भाई को पटना ले गयी, वहीं तीसरे को स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया था। उस मामले में तत्कालिक मोहिउद्दीनगर थानाध्यक्ष असगर इमाम को निलंबित भी किया गया था। एक साल बाद रजनीश की गिरफ्तारी सिवना से हुयी थी। बैंक लूट मामले में गिरफ्तारी के पांच वर्ष बाद तीनों अपराधियों को बाढ़ उपकारा से न्यायालय में पेशी के लिए बाढ़ कोर्ट लाया गया था। जहां पेशी के पहले ही तीनों बदमाश हाजत से सटे बाथरूम की दीवार को तोड़कर फरार हो गए थे।

तब से तीनों अपराधी फरार चल रहा था। बिहार से फरार होने के बाद तीनों भाई वाराणसी चला गया और वहां जाकर अपराधिक घटना को अंजाम देने लगा। तीनों भाइयों ने वाराणसी के लक्सा थाना में पदस्थापित दरोगा अजय यादव को गोली मार कर पिस्टल लूटने की घटना को अंजाम देकर फरार हो गया था तब से यूपी पुलिस को इसकी तलाश थी। सोमवार की सुबह तीनों बदमाशों की भेलखा गांव के पास रिंग रोड से गुजरने की जानकारी मिली। जिसके बाद क्राइम ब्रांच और बड़ागांव थाना की पुलिस टीम ने घेराबंदी कर तीनों बदमाशों को रोकने का प्रयास किया तो बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दिया।

पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दो बदमाश गंभीर रूप से घायल हो गए। बदमाशों की गोली से क्राइम ब्रांच के सिपाही शिव बाबू भी घायल हुए हैं। पुलिस ने सभी को अस्पताल में भर्ती कराया जहां अस्पताल में दोनों बदमाशों को चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। वहीं घटनास्थल से भागे ललन की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है।बदमाशों की पहचान के बाद यूपी पुलिस ने बिहार पुलिस से संपर्क साध परिजनों को घटना की जानकारी दी। घटना की खबर मिलने के बाद मृतक रजनीश और मनीष के घर कोहराम मचा है। पैरालाइसिस से ग्रसित वृद्ध पिता अस्वस्थता का हवाला देकर बेटे के शव को लाने से इंकार कर रहे हैं।

समस्तीपुर संवाददाता अनिल चौधरी

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