सिमरिया गंगा घाट कुंभ के आयोजन से बिहार व मिथिला की भूमि को धार्मिक स्थल के रूप में पुर्नजीवित किया गया- कुलपति
डीएनबी भारत डेस्क
शुक्रवार को सिमरिया काली धाम में गुरु पूर्णिमा महोत्सव के पूर्व संध्या पर सर्वमंगला अध्यात्म योगपीठ सिमरिया धाम तथा स्वामी चिदानंद वेद विज्ञान अनुसंधान संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में तीन दिवसीय संगोष्ठी का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया।
मुख्य अतिथि कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय दरभंगा के पूर्व कुलपति डॉ रामचंद्र झा, गंगा समग्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरेन्द्र कुमार सिंह “लल्लू बाबू”, सर्वमंगला अध्यात्म योगपीठ के महासचिव राज किशोर सिंह “अधिवक्ता”, संस्कृत विश्वविद्यालय के ज्योतिष शास्त्र के सह प्राचार्य डॉ वरुण कुमार झा, प्राचार्य डॉ घनश्याम झा, डॉ विजय कुमार झा, रविन्द्र ब्रह्मचारी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया।
संगोष्ठी का उद्घाटन के दौरान संस्कृत विश्वविद्यालय दरभंगा के पूर्व कुलपति डॉ रामचंद्र झा जी ने कहा कि मिथिला की पूर्व भूमि पर कुंभ का आयोजन होना पुरानी परंपरा को पुर्नजीवित किया गया है। जो बिहार व मिथिला की भूमि को धार्मिक स्थल के रूप में पुर्नजीवित किया गया है।
उन्होंने कहा सिमरिया धाम अपने गौरव को प्राप्त किया है।आने वाले समय में सिमरिया धाम धार्मिक व पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होगा। वहीं एमएलसी सर्वेश कुमार ने कहा कि मिथिला के प्रवेशद्वार पर अवस्थित सिमरिया धाम के समग्र विकास के लिए संकल्पित हैं। सदन में भी और सदन से बाहर भी इसके विकास के लिए संघर्ष करुंगा।
उन्होंने कहा भारत सरकार और बिहार सरकार ने सिमरिया धाम के विकास को लेकर प्रत्यनशील है। साथ ही सिमरिया धाम में कई विकास योजनाओं पर काम करने की जरूरत है।जिसे अगले सत्र में सदन में उठाउंगा। संगोष्ठी में समग्र गंगा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरेन्द्र कुमार सिंह लल्लू बाबू ने कहा कि हमारी भूमि विश्व के सबसे पवित्र भूमि में से एक है। गंगा को पवित्र रखने की दिशा में काम करने की लगातार जरुरत है।
संगोष्ठी को अन्य अतिथियों ने संबोधित किया।इस दौरान सर्व मंगला आध्यात्म योग विधापीठ एवं स्वामी चिदानंद वेद विज्ञान अनुसंधान संस्थान के द्वारा प्रकाशित सर्वमंगला पंचांग का लोकार्पण भी संत शिरोमणि स्वामी चिदात्मन जी महाराज के सानिध्य में लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर आगत अतिथियों का मिथिला परम्परा से पाग चादर और पुष्पहार से सम्मानित आश्रम के व्यवस्थापक रविन्द्र ब्रह्मचारी तथा डॉ विजय कुमार झा ने संयुक्त रूप से किया।
स्वागत भाषण महासचिव राजकिशोर सिंह ने किया। विषय प्रवेश उषा रानी संगोष्ठी ने किया। संचालन डॉ घनश्याम झा एवं प्रो प्रेम कुमार झा ने किया। धन्यवाद ज्ञापन सर्वमंगला आश्रम के सचिव दिनेश प्रसाद सिंह ने किया। मौके पर पंडित नारायण झा, दिनेश पाठक, विनय कुमार झा, सदानंद, रमेश मिश्र, नवीन कुमार सिंह, सुशील कुमार चौधरी, राधेश्याम चौधरी, राजेश झा, राम भारद्वाज, लक्ष्मण, श्याम सनातन सहित अन्य मौजूद थे।
बेगूसराय बीहट संवाददाता धर्मवीर कुमार