बेगूसराय मे बीपीएससी पास शिक्षक अभ्यर्थियों के बीच नियुक्ति पत्र का किया गया वितरण

बीपीएससी पास 52 सौ शिक्षको के बीच बिहार सरकार के कानून मंत्री और बेगूसराय के प्रभारी मंत्री शमीम अहमद ने न्युक्ति पत्र का किया वितरण .

डीएनबी भारत डेस्क

बेगूसराय मे बीपीएससी पास शिक्षक अभ्यर्थियों के बीच नियुक्ति पत्र का वितरण का कार्यक्रम बेगूसराय के ऐतिहासिक गांधी मैदान में आयोजित किया गया. नियुक्ति पत्र वितरण का काम बेगूसराय के प्रभारी मंत्री और बिहार के कानून मंत्री के द्वारा किया गया. इस दौरान एक बड़े कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में शिक्षक अभ्यर्थी मौजूद थे.

बताते चले कि बेगूसराय में आज बीपीएससी पास 52 सौ शिक्षको के बीच बिहार सरकार के कानून मंत्री और बेगूसराय के प्रभारी मंत्री शमीम अहमद ने न्युक्ति पत्र का बितरण किया गया. भाड़ी गहमा गहमी और भीड़ भाड़ के बीच नियुक्ति पत्र प्रक्रिया शाम में शुरू हुई उसके बाद यह प्रक्रिया चलती रही. इस दौरान नियुक्ति पत्र लेने मंच पर पहुंचे शिक्षकों के चेहरे पर खुशी देखी गई..

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इस अवसर पर मीडिया से बातचीत करते हुए प्रभारी मंत्री शमीम अहमद ने कहाँ की आज का दिन बेहद ही खास है. पटना के गांधी मैदान से मुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री और अन्य मंत्री के द्वारा न्युक्ति पत्र का बितरण किया गया. उन्होंने बताया की इसके अलावा सभी जिला मे प्रभारी मंत्री के द्वारा नियुक्ति पत्र का वितरण किया गया है. उन्होंने बेगूसराय के संदर्भ में कहा कि आज बेगूसराय में तकरीबन 5200 शिक्षको के बीच नियुक्ति पत्र बितरण का काम किया जा रहा है. मंत्री ने बताया कि यह एक ऐतिहासिक पल बिहार और देश के लिए है. एक दिन मे तकरीबन एक लाख बाईस हजार लोगो के पल नियुक्ति पत्र का वितरण किया गया है. इस अवसर पर मेरी तरफ से अभी शिक्षकों को बधाई है.

उन्होने बताया की आज बेगूसराय मे 5200 लोगों के बीच नियुक्ति पत्र का वितरण किया गया है.उन्होंने नव नियुक्त शिक्षकों को कहां की वह जिस स्कूल में भी जाए उस स्कूल में उस स्कूल मे बच्चो को पढ़ाये और जिस तरह से इन लोगों ने बीएससी की परीक्षा पास कर आज स्कूल में शिक्षक बने हैं इस तरह से यह बच्चों को इस कॉन्फिडेंस के साथ पढ़ाने का काम करें ताकि ऐसे बच्चे पढ़ कर समाज के लिए डॉक्टर बने इंजीनियर और आईएएस आईपीएस बने. मंत्री शमीम अहमद कहां की बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री थे इसकी आदत की सोच है कि शिक्षा के क्षेत्र में पिछले बिहार के बच्चों को अच्छे से पढाबे. साथी उन्होंने बच्चों से भी अपील की कि बच्चे अपने ढंग से अच्छे से पढ़े और अपने भविष्य को सवारें.

इस अवसर पर उन्होंने कहां की डोमिसाइल नीति को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खत्म कर दिया है और इस बार की परीक्षा में 88 प्रतिशत शिक्षक बिहार के है.शिक्षक बिहार के हैं जबकि 12 प्रतिशत बाहर के है. वहीं उन्होंने कहा कि आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मन से घोषणा की है कि नियोजित शिक्षकों को भी एक परीक्षा लेकर उन्हें बेहतर किया जाएगा.

डीएनबी भारत डेस्क

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