डीएनबी भारत डेस्क
आधुनिक शिक्षा व्यवस्था के जनक थे भारत रत्न मौलाना अबुलकलाम आजाद। स्वतंत्र भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री के रूप में उनके द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किये गए सुधारात्मक कार्य के लिए सदा उन्हें याद किया जाएगा। यह बात एमडीएम के बीआरपी रंजीत कुमार ने उत्क्रमित मध्य विद्यालय दौलतपुर नवटोलिया मेंं मौलाना अबुलकलाम आजाद की जयंती सह शिक्षा दिवस समारोह के मौके पर आयोजित कार्यक्रम मेंं सोमवार को कही।
उन्होंने कहा कि समाज के सभी वर्ग को शिक्षित किए बिना समग्र विकास संभव नहीं है। इस अवसर पर मौलाना के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। वहीं बच्चों द्वारा शिक्षा जागरूकता रैली निकाली गई। मध्य विद्यालय ताराबरियारपुर सहित अनेक विद्यालयों मेंं चेतना सत्र के दौरान मौलाना अबुलकलाम आजाद की जीवनी पर चर्चा की गई।
कार्यक्रम के दौरान दौलतपुर नवटोलिया के छात्रों के बीच पेंटिंग, वाद-विवाद, रंगोली तथा संगीत प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमेंं बेहतर प्रदर्शन के लिए बुलबुल कुमारी, गुङिया रानी, छोटी कुमारी, फरहत प्रवीण, नाजमीन प्रवीण, रजनी कुमारी, चांदनी भारती, चंदन कुमार, अमित कुमार सहित दर्जनों बच्चे को पुरस्कृत किया गया। मौके पर एचएम मो. अब्दुल्लाह, नेहा, नाफे कौनैन, रकीबा शहनाज सहित सभी शिक्षक व सभी बच्चे मौजूद थे।
बेगूसराय खोदावंदपुर संवाददाता नितेश कुमार की रिपोर्ट