अनिश्चितकालीन हड़ताल के 14 वें दिन सरकार के विरुद्ध वीरपुर में खुब गरजीं सेविकाएं

सेविका व सहायिका ने  कहा सेविका सहायिका के साथ मांसिक आर्थिक दोहन करते हुए बंधुआ मजदूर की तरह 24 घंटे काम लेती है

डीएनबी भारत डेस्क

बेगूसराय जिले के वीरपुर में बिहार राज्य आंगनवाड़ी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर पांच सुत्री मांगों को लेकर वीरपुर प्रखंड क्षेत्र के नौला, डीह, भवानंदपुर, वीरपुर पूर्वी, वीरपुर पश्चिम, गेंन्हरपुर, जगदर, पर्रा पंचायत की सेविका, सहायिका विगत 29 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। जिससे सरकार के द्वारा पंचायतों में चलाए जा रहे जनकल्याणकारी योजनाओं पर प्रतिकूल असर परते देखा जाने लगा है।

हड़ताल के 14 वें दिन गुरुवार को सेविका गुरीया कुमारी के नेतृत्व में कार्यालय पर धरना कार्यक्रम को आयोजित की।इस दौरान सेविकाओं ने केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ आगे की रणनीति, नेताओं के बदलते जुवान,झुठे आस्वासन पर क्षोभ के साथ घृणा भाव से जमकर नारेबाजी करते हुए कहीं सरकार हम महिला सेविका सहायिका के साथ मांशिक, आर्थिक दोहन करते हुए बंधुआ मजदूर की तरह 24 घंटे काम लेती है।

मौके पर मौजूद प्रखंड सह जिला संयुक्त सचिव अलका झा और प्रखंड अध्यक्ष नीतू जयशवाल के नेतृत्व में प्रखंड क्षेत्र की सेविकाओं सहायिकाओं ने कार्यालय से सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी करते हुए विभिन्न मार्गों से गुजरते आगाह करने की प्रयास को किया की हमारी मांगों को मान लो वरना पछताओगे। सेविकाओं ने इस दौरान बताया कि हमारी सरकार अंधी तो थीं हीं अब बैहरी के साथ साथ वादा कर के लागू नहीं करने वाली धोखेबाज भी हो गई है।

इसी कारण से हम लोग सरकार को अपनी पांच सुत्री मांगों में सरकारी कर्मचारी का दर्जा देते हुए सेविकाओं को 25 हजार रुपए और सहायिकाओं को 18 हजार रुपए मानदेय देने की मांग के साथ योग्य सेविकाओं को 10 प्रतिशत बोनस अंक देते हुए एल एस के पदों पर प्रोन्नति करने, अतिरिक्त कार्य कराने में 10 हजार रुपए प्रतिमाह प्रोत्साहन राशि देने से संबंधीत मांग को किया है जो सरकार को हर हाल में मान लेनी चाहिए।

मौके पर निर्मला, रूबी,साहीना,निरू, लक्ष्मी, कविता,वेवी, मनीषा,संजू, रीता, सुनिता,गुंजा समेत सभी सेविका और सहायिका मौजूद थी।

बेगूसराय वीरपुर संवाददाता गोपल्लव झा की रिपोर्ट

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