संस्कार के बिना शिक्षा अधुरी शिक्षा माना जाता है – अनुरंजन कुमार

 

शिक्षा को संस्कार और प्रकृति से जोड़कर शिक्षा देना बच्चों को अतीत की गौरव से परिचित कराना है – मनोज द्विवेदी

डीएनबी भारत डेस्क

संस्कार के बिना शिक्षा अधुरी शिक्षा माना जाता है। संस्कार से शिक्षा और प्रकृति तथा धरोहर को लेकर बच्चों को शिक्षित करना राष्ट्र की उज्जवल भविष्य बनाने में अपना भागीदारी सुनिश्चित करने जैसा है।यह अनुपम कार्य बरौनी प्रखण्ड के ग्रामीण क्षेत्र में स्थित एक नार्थ सेंट विलियम्स एकेडमी तीलरथ,मोसादपुर कर रहा है।

उक्त बातें मंगलवार की देर शाम में नार्थ सेंट विलियम्स एकेडमी तीलरथ मोसादपुर के 15वीं स्थापना दिवस समारोह पर आयोजित भव्य कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि सह बरौनी बीडीओ अनुरंजन कुमार ने कहा। उन्होंने कहा कि बिहार प्रदेश और देश को बढ़ाने में ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा को बढ़ावा देना होगा । उस प्रकार जिस प्रकार किसी भी प्रदेश और देश को विकसित बनाने में औद्योग और व्यापार को बढ़ावा देना होता है। यह भी शिक्षा के बिना सम्भव नहीं है।

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वहीं कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्य अतिथि बीडीओ अनुरंजन कुमार, प्लांट हेड वरूण वेवरेज पेप्सी बेगूसराय मनोज द्विवेदी, आशा रानी, हिमांशु ठाकुर सहित सभी अतिथियों ने अपने कर कमलों से ज्ञान ज्योति प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। वहीं इस पुनीत अवसर पर गणेश वन्दना, स्वास्ती वाचन, स्वागत गान, अतिथियों के स्वागत में तिलक चन्दन वन्दन , पुष्पों की वर्षा, स्काउट गाइड के बच्चों द्वारा दी जा रही सलामी सभी अतिथियों एवं अभिवावकों का दिल जीतने में कामयाब रहा।

वहीं वरुण वेवरेज पेप्सी बेगूसराय के प्लांट हेड मनोज द्विवेदी ने कहा कि शिक्षा को संस्कार और प्रकृति से जोड़कर शिक्षा देना बच्चों को अतीत की गौरव से परिचित कराना होगा। उन्होंने वरूण वेवरेज पेप्सी बेगूसराय द्वारा बथौली चौक स्थित संचालित आरोग्य स्वास्थ्य केन्द्र में आकर निःशुल्क स्वास्थ्य जांच कराकर मुफ्त दवाइयां लें। उन्होंने कहा कि यह आरोग्य स्वास्थ्य केन्द्र देश का ग्यारहवां और बिहार प्रदेश का पहला आरोग्य स्वास्थ्य केन्द्र बरौनी प्रखण्ड क्षेत्र में है।

वहीं उन्होंने अपील करते हुए कहा कि नार्थ सेंट विलियम्स एकेडमी तीलरथ मोसादपुर के बच्चे फैक्ट्री का विजिट कर औद्योगिक क्षेत्र में वरुण वेवरेज के योगदान से अवगत हों। वहीं इस अवसर पर स्वागत भाषण देते हुए विद्यालय के प्राचार्य सह निदेशक मोहन कुमार ने कहा कि प्रकृति, शिक्षा, कला और संस्कृति, पर्यावरण  पूर्वजों का दिया हुआ धरोहर है। इसके बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। यह बचेगी तभी पर्यावरण और हमारी जीवन रहेगी।

धरोहर के तौर पर प्रकृति की सभी चीजों का संरक्षण करना हमारा आपका संयुक्त दायित्व है। वहीं इस अवसर पर वार्षिक परीक्षा और विद्यालय में नियमित रूप से उपस्थिति दर्ज कराने वाले छात्रों के बीच मुख्य अतिथि सह बरौनी बीडीओ अनुरंजन कुमार, पेप्सी बेगूसराय प्लांट हेड मनोज द्विवेदी द्वारा प्रशस्ति पत्र और मोमेंटों भेंटकर उनके हौसलों में अफजाई किया गया।इस अवसर पर बच्चों द्वारा दी गई सम्मोहक प्रस्तुति ने अभिभावकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

बेगूसराय बीहट संवाददाता धरमवीर कुमार की रिपोर्ट

 

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