डीएनबी भारत डेस्क
बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देश पर सारण जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान संविधान दिवस पर संविधान की सामान्य समझ, मौलिक अधिकार और मौलिक कर्तव्य, शिक्षा का अधिकार और नालसा मानसिक रुप से बीमार और मानसिक रुप से विकलांग व्यक्तियों के लिए विधिक सेवाएँ योजना 2015 पर विधिक जागरुकता का आयोजन छपरा शहर के सारण एकेडमी प्लस टू स्कूल में सम्पन्न हुआ जेपीयू के पीजी राजनीति विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रो (डॉ) विभू कुमार की अध्यक्षता और मुख्य अथितित्व में सम्पन्न हुआ। विधिक जागरुकता शिविर का आग़ाज़ करते हुए पैनल अधिवक्ता डॉ अमित रंजन ने संविधान की प्रस्तावना का उपस्थित जनसमुदाय से शपथ दिलाया।
विद्यालय की छात्राओं द्वारा स्वागत ज्ञान किया गया। पैनल अधिवक्ता ने संविधान की सामान्य समझ, मौलिक अधिकार और मौलिक कर्त्तव्य तथा शिक्षा के अधिकार पर आलेख पाठ द्वारा विषय प्रवेश किया जिसका विस्तार करते हुए जय प्रकाश विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान के शोधार्थी कौस्तुभ निहाल ने प्रदान करते हुए मौलिक कर्त्तव्यों को दैनंदिनी के उद्धरणों द्वारा बोधगम्य ढ़ंग से रखा। जेपीयू राजनीति विज्ञान के विभागाध्यक्ष ने प्रो (डॉ) विभू कुमार ने पर्यावरण की चिंता करते हुए गंभीर वायु प्रदूषण के एक्यूआई इंडेक्स की तरफ इशारा करते हुए रोकथाम की बात कही बच्चों से ऑक्सीजन उत्सर्जित करने वाले पेड़ों को लगाने को प्रेरित कर मौलिक कर्त्तव्यों के अनुपालन को प्रेरित किया। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में उन्होंने बच्चों में बोधगम्य ढ़ंग से संविधान की सामान्य समझ विकसित की। इसके कवल संविधान पर विद्यालय की छात्राओं जया कुमारी, प्रीति उपाध्याय और छात्र अमोघ कुमार ने अपनी बात रखी।
डालसा सारण के पीठ लिपिक नज़रे इमाम ने नालसा बालसा और डालसा का परिचय देते हुए डालसा सारण द्वारा प्रदान किए जा रहे विधिक सेवाओं को विस्तार से बताया। विधिक जागरुकता के द्वितीय सत्र में पैनल अधिवक्ता डॉ अमित रंजन ने नालसा मानसिक रुप से बीमार और मानसिक रुप से विकलांग व्यक्तियों के लिए विधिक सेवा योजना 2015 की पृष्ठभूमि, सिद्धांत, मनोचिकित्सक भवनों, अस्पतालों एवं अन्य समान जगहों और कारागारों में मानसिक बीमार तथा मानसिक अशक्तता ग्रस्त व्यक्तियों को विधिक सेवा, मनोचिकित्सक अस्पताल, भवन और सुविधाएं, बेसहारा बेघर और नि:सहाय मानसिक बीमार तथा मानसिक अशक्तता ग्रस्त व्यक्तियों को विधिक सेवा, विधिक सेवा संस्थानों द्वारा लिए जाने वाले कदम, न्यायालयीन कार्यवाहियों के दौरान मानसिक बीमार और मानसिक अशक्तता ग्रस्त व्यक्तियों को विधिक सेवा की सविस्तार चर्चा की। इस सत्र को अपने वकतव्य और कविताओं के माध्यम से प्रशिक्षु शिक्षिका रुखसाना ने भी संबोधित किया।
जागरुकता शिविर को गोपालगंज स्थायी लोक अदालत की पूर्व सदस्य और शिक्षिका कंचन बाला और पीएलभी रविश कुमार ने भी संबोधित किया, स्वागत भाषण और धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय के प्राचार्य डॉ विजय कुमार सिंह ने किया। संगीत शिक्षक राम जन्म और कंचन बाला के निर्देशन में जाह्नवी, प्रिया, प्रियंका और पूजा ने गीत की प्रस्तुति दी। अंत में, अमित रंजन द्वारा स्वागत गीत में शामिल छात्रों को मेडल और नज़रे इमाम द्वारा डॉ विभू कुमार के कर कमलों से सम्मानित किया गया।