नालंदा: रहूई प्रखंड के इतासंग पंचायत के शेरपुर गांव में बना पुलिया की हालत जर्जर, हजारों लोग जान जोखिम में डालर करते है पुलिया का इस्तेमाल
गांव में जाने के एकमात्र साधन है यह जर्जर पुलिया
डीएनबी भारत डेस्क
मीडिया की टीम ने एक बार फिर से जर्जर पुलों की पड़ताल की।पड़ताल के दौरान रहूई प्रखंड के इतासंग भदवा पंचायत के शेरपुर गांव स्थित पुलिया की स्थिति जर्जर देखी गई। शेरपुर अंबा इतासँग भदवा पंचायत के कई गांव के हजारों ग्रामीण इसी जर्जर पुलिया से आते और जाते हैं। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि इस पुलिया से गिरकर एक युवक की मौत भी हो चुकी है।
स्थानीय ग्रामीणों के मुताबिक स्कूल का निर्माण लगभग 15 साल पूर्व में किया गया था। आज की हालत के बारे में अगर इस पुलिया की बात करें तो पुलिया की स्थिति खराब हो गई है। अगर इस गांव में किसी की तबीयत खराब हो जाती है तो गांव के अंदर एंबुलेंस भी नहीं जा पाती है। लोगों को मरीज को अस्पताल तक ले जाने के लिए सड़क पर उठाकर लाना पड़ता है।
यह पुलिया पंचाने नदी के ऊपर बनाया गया है जिसका दोनों ओर की रेलिंग बिल्कुल खराब हो चुकी है। लगातार बाढ़ आने की स्थिति में पुल के नीचे का हिस्सा भी धीरे-धीरे खराब हो रहा है। गांव में जाने के लिए एक को मात्र साधन यह जर्जर पुलिया ही है जिस पर लोग जान जोखिम में डालकर आते जाते हैं।
हालांकि इस मामले को लेकर अब भारतीय जनता पार्टी के बिहार शरीफ विधानसभा के विधायक डॉ सुनील ने सदन में आवाज भी उठाई है। अब देखना यह होगा कि इस जर्जर पुलिया के तरफ सरकार और प्रशासन का ध्यान कब तक जाता है।
डीएनबी भारत डेस्क