पूर्णमासी दो दिन होने के कारण इस बार होलिका दहन के बाद दो दिनों तक खेली गई होली, बिहार शरीफ में युवकों ने खेली कीचड़ की होली

 

डीएनबी भारत डेस्क

चुनावी माहौल के बीच नालंदा जिले में दो दिनों तक होली की खुमारी में लोग डूबे रहे। इस बार होली का दहन के बाद 25 और 26 मार्च को पूरे नालंदा जिले में होली खेली गई। पूर्णमासी दो दिन होने के कारण इस बार होली दिनों तक खेली गई। सुबह युवाओं ने कीचड़ की होली खेली।

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पूरे बिहार में कीचड़ की होली खेलने की परंपरा वर्षो से चली आ रही है। हर तरफ रंगोत्सव का उत्साह और उल्लास देखने को मिल रहा है। गांव में ढोल कृताल और  फगुआ गीत का गायन भी किया जा रहा है। होली का त्यौहार रंगों का त्यौहार है लेकिन रंगों से पहले मिट्टी की होली भी कम उमंगों वाला नहीं होता है।

सुबह से ही बच्चे बूढ़े एवं युवा वर्ग के लोग सड़कों पर मिट्टी की होली खेलते नजर आए। होली एक ऐसा त्यौहार है जो लोगों के जीवन को रंगीन बनाने के कारण ही इसे आमतौर पर रंग उत्सव कहते हैं। यह लोगों के बीच प्यार और एकता का परिचायक भी है। बिहार शरीफ के वार्ड नंबर 27 में दो समुदायों ने भी आपस में कुर्ता फाड़ होली खेलकर समाज में एकता का संदेश दिया।

डीएनबी भारत डेस्क

 

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