पंचायत सरकार भवन नहीं रहने से पंचायती राज व्यवस्था के तहत नहीं हो रहा धरातल पर काम

 

डीएनबी भारत डेस्क

खोदावंदपुर प्रखंड के कुल आठ पंचायतों में से छह पंचायतों में पंचायत सरकार भवन नहीं है। पंचायत सरकार भवन नहीं रहने से पंचायती राज व्यवस्था के अनुकूल कार्य में बाधा हो रही है।

क्या है स्थिति

विदित हो कि खोदावंदपुर प्रखंड के बरियारपुर पूर्वी पंचायत एवं खोदावंदपुर पंचायत में ही पंचायत सरकार भवन है। जबकि प्रखंड के मेघौल ,फफौत, बरियारपुर पश्चिमी,बाड़ा,दौलतपुर एवं सागी पंचायतों में पंचायत सरकार भवन नहीं है।

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जमीन उपलब्ध होने के बाद भी नहीं बनाया जा रहा पंचायत सरकार भवन

मिली जानकारी के अनुसार पंचायत सरकार भवन निर्माण के लिए मानक 50 डिसमिल जमीन की जरूरत होती है। पंचायत सरकार भवन में मुखिया,वार्ड सदस्यों का कक्ष, बैठक रूम के अलावे सरपंच,ग्राम कचहरी पंच कक्ष तथा न्याय कक्ष होता है। इसके अतिरिक्त पंचायत में काम करने वाले सरकारी कर्मियों का कार्यालय,आरटीपीएस कार्यालय भी होता है। आम जनों के विभिन्न कार्यों के निष्पादन के लिए पंचायत सरकार भवन में सभी कर्मियों के एकसाथ मौजूद रहने की योजना की दृष्टि से इस भवन का निर्माण किया जाता है। परन्तु पंचायत सरकार भवन के अभाव में पंचायती राज व्यवस्था की यह योजना अधर में रह गई है।

कहते हैं मुखिया

खोदावंदपुर प्रखंड मुखिया संघ के अध्यक्ष सह मेघौल पंचायत के मुखिया पुरुषोत्तम सिंह,फफौत पंचायत की मुखिया उषा देवी,बाड़ा पंचायत की मुखिया बेबी देवी,दौलतपुर पंचायत के मुखिया उमा कुमार चौधरी ने बताया कि पंचायत सरकार भवन के लिए जमीन उपलब्ध करवाने का प्रस्ताव मांगा गया था। पंचायत सरकार भवन निर्माण के लिए सभी पंचायतों में मानक भूमि उपलब्ध है। जमीन उपलब्ध होने की जानकारी विभाग को दे दी गई है। परन्तु अबतक इस दिशा में अबतक कोई हरी झंडी नहीं मिली है। हरी झंडी मिलते ही पंचायत सरकार भवन निर्माण के लिए अगला कदम उठाया जाएगा।

बेगूसराय खोदावंदपुर संवाददाता नितेश कुमार की रिपोर्ट

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