कोई जन्म से ब्राह्मण नहीं कहलाता, अपने कर्म से ब्राह्मण कहलाता है- स्वामी चिदात्मन जी महाराज

 

 

डीएनबी भारत डेस्क 

पूज्य गुरुदेव स्वामी चिदात्मन जी महाराज ने ज्ञान मंच से सभी श्रद्धालुओं के बीच अमृत वाणी से सराबोर करते हुए कहा कि मनुष्य के बंधन का कारण मन ही होता है जो व्यक्ति भाव से कथा अमृत पान करते हैं। उनके लिए बैकुंठ और स्वर्ग का द्वार हमेशा ही खुला रहता है। इस संसार में जो कोई प्राणी आया है उसको अवश्य यहां से जाना ही पड़ेगा इसलिए ना धन ना बल ना अपने ऐश्वर्य पर अभिमान करना चाहिए, धर्म और कर्म मानव के लिए ही है।

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जो संस्कार युक्त होता है वही ब्राह्मण कहलाता है, जो धर्म के मार्ग पर चलता है वही ब्राह्मण कहलाता है, कोई जन्म से ब्राह्मण नहीं कहलाता अपने कर्म से ब्राह्मण कहलाता है। सनातन धर्म का कर्म है यज्ञ और जो भाग्यशाली भारत देश में जन्म लिया है जो वेद स्वरूप अपने आप को कर्मकांड में उतारा है वही ब्राह्मण कहलाता है। सनातन धर्म करने वाले विष्णु स्वरुप हैं, जहां सनातन धर्म वहीं पर ब्रह्मा, विष्णु, महेश और पंच देवता वास करते हैं।

सभी सनातन धर्मावलंबियों को सबसे पहले कुल देवता का पूजन करना चाहिए। उसके बाद ग्राम देवता फिर अन्य देवता का पूजन होना चाहिए। कलियुग में केवल भजन की प्रधानता है इसलिए सभी श्रद्धालुओं को कम से कम बिछावन त्यागने से पहले सवेरे भजन अवश्य करना चाहिए। जब हम शास्त्र से विहीन होते हैं तो समझो हम पशु के समान हो जाते हैं। भगवान के भक्त कर्मयोगी कहलाए हैं, ज्ञान योगी कहलाए हैं, भक्त योगी कहलाए। भगवान कहते हैं ना हम बैकुंठ बसते हैं और ना हम स्वर्ग में हम तो वहीं पर बसते हैं जहां हमको भक्त याद करते हैं। सिर्फ हमें ढूंढने वाला चाहिए जहां-जहां मेरा गान होता है जहां-जहां मेरी कीर्तन होती है जहां पर मेरी चर्चा होती है वही हम सभी भक्तों को मिलते हैं वहीं पर हम विराजमान रहते हैं।

इसलिए सभी श्रद्धालुओं मां-बहन भक्तों को भक्ति रस से भक्ति भाव से भगवान को प्रसन्न करना चाहिए। कोई भी अभिमानी व्यक्ति कोई भी राजा अपने अहम में भगवान को प्राप्त नहीं कर सकता। किसी भी प्राणी को पूरब और पश्चिम दिशा की ओर खड़े होकर या बैठकर लघु शंका नहीं करनी चाहिए, जो प्राणी शौच से विहीन होते हैं उनके सारे क्रियाएं विफल हो जाती है। मौके पर सिद्धाश्रम के व्यवस्थापक रविंद्र ब्रह्मचारी, आचार्य नारायण झा, पंडित राजेश झा, दिनेश झा, रमेश झा, सुरेश झा, मीडिया प्रभारी नीलमणि रंजन, श्याम झा, राम झा, पप्पू त्यागी, मोहन झा, संतोष कुमार एवं शिबू झा सहित अन्य उपस्थित थे।

बरौनी, बेगूसराय से धर्मवीर कुमार

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