बेगूसराय में एम्बुलेंस कर्मियों का नौवीं दिन भी जारी रहा हड़ताल, प्रभारी मंत्री सह विभागीय मंत्री के जिला में चरमराई हुई है स्वास्थ्य व्यवस्था

 

राष्ट्रकवि दिनकर की धरती बरौनी से निकली चिंगारी ने राज्य भर में एम्बुलेंस कर्मियों के बीच अलख जगाया

डीएनबी भारत डेस्क

स्वास्थ्य मंत्री सह प्रभारी मंत्री बेगूसराय स्वास्थ्य विभाग बिहार सरकार मंगल पाण्डेय के प्रभारी मंत्री वाले जिले बेगूसराय में विगत नौ दिनों से स्वास्थ्य व्यवस्था बिल्कुल चरमराती नजर आ रही है। जिसका प्रभाव पड़ता अब विभाग, अस्पताल, रोग से पीड़ित के साथ साथ आम आवाम पर दिखने लगा है।जिसकी व्यथा शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता है।वह विचलित कर देने वाली स्थिति होती है जब उन्हें पता चलता है कि अब आपका पैसेंट समान्य नहीं है इसे बेसिक लाईफ सपोर्ट और उससे भी अधिक होने पर एडवांस लाईफ सपोर्ट एम्बुलेंस की व्यवस्था कर जान बचाने के ख्याल से उच्च संस्थानों में शीघ्र अतिशीघ्र दाखिल करवाना होगा। नहीं तो क्या होगा यह कहना मुश्किल होगा। तब वह गंभीर रूप से ज़ख़्मी व्यक्ति और अभिवावक औंधे मुंह गिर पड़ता है।

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उससे भी कठिन स्थिति तब उत्पन्न होती है जब अज्ञात व्यक्ति होता है जब। वहां खड़े होकर लोग केवल देखते हैं लेकिन कौन उनके लिए एम्बुलेंस सेवा की व्यवस्था कर देते। करें भी तो कैसे प्राईवेट अस्पतालों के एम्बुलेंस सेवा लेने पर एक मोटी रकम खर्च करनी होगा ।मौके पर जिलाध्यक्ष रामानन्द कुमार, सचिव अतूल कुमार, चालक संघ अध्यक्ष मनोज कुमार, मुकेश कुमार उर्फ बड़ा बाबू, ईएमटी मुकेश कुमार, हरे राम सिंह, कुन्दन कुमार, सरोज कुमार, रामप्रीत कुमार, मनोज कुमार, मुकेश कुमार सिंह, गोपाल पासवान, मुकेश कुमार पासवान, रितेश कुमार, चिरंजीवी महाराज, रोहित कुमार, अमित कुमार, नवीन कुमार,मो अरशद, दिलीप कुमार, पंकज कुमार, संजीव कुमार, मणिकांत शर्मा, राजेश कुमार ठाकुर सहित अन्य उपस्थित अन्य एम्बुलेंस कर्मियों ने बताया कि विगत पांच जून से राष्ट्रकवि दिनकर की धरती बरौनी से निकली चिंगारी ने राज्य भर में एम्बुलेंस कर्मियों के बीच अलख जगाया।

और बिहार राज्य चिकित्सा कर्मचारी संघ इंटक बेगूसराय के तत्वावधान में एम्बुलेंस कर्मियों का शुरू हुए बेमियादी हड़ताल ने  समस्तीपुर, दरभंगा, शिवहर, बिहारशरीफ, लक्खीसराय सहित बिहार के अन्य जिलों में एम्बुलेंस कर्मियों के बीच अलख जगाने का काम किया है और वह भी राज्य सरकार, स्वास्थ्य विभाग, 102 एम्बुलेंस संचालक कम्पनी पीडीपीएल के विरुद्ध मूखर होकर अपनी आवाज बुलंद करने का काम किया है और सभी ने अपने अपने संघ के निर्णयों से आला-अधिकारियों को अवगत करा दिया है। एम्बुलेंस कर्मियों की मांगों पर गौर करें तो उनका मांग सबसे पहला यह है कि हमें श्रम अधिनियम के तहत निर्धारित मानदेय का भुगतान किया जाए।

हमें हमारा नियुक्ति पत्र, परिचय पत्र, बकाया ईपीएफ, ईएसआई, मानदेय और श्रम अधिनियम के तहत निर्धारित मानदेय का एरियर का भुगतान किया जाए। साथ ही क्षेत्रीय एवं जिला प्रतिनिधि पीडीपीएल कम्पनी द्वारा एम्बुलेंस कर्मियों पर किए जा रहे दमनकारी रवैया को तत्काल प्रभाव से रोक लगाया जाए। और एम्बुलेंस कर्मियों का हो रहे शोषण को बंद किया जाए। वहीं दूसरी ओर सचिव जिला स्वास्थ्य समिति बेगूसराय सह सिविल सर्जन बेगूसराय द्वारा एम्बुलेंस कर्मियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल से पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव पर संज्ञान लेते हुए पीडीपीएल कम्पनी को पत्राचार कर वैकल्पिक व्यवस्था शुरू करने का निर्देश दिया है।पर इसका भी कोई असर पीडीपीएल कम्पनी पर पड़ता नहीं दिख रहा है।

इससे साफ़ हो जाता है कि उसने स्वास्थ्य व्यवस्था की रीढ़ और लाइफ लाइन एम्बुलेंस को केवल अपना कमाई का जरिया बना रक्खा है। उसे मानव जीवन और एम्बुलेंस कर्मियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल से कोई लेना-देना नहीं है। जबकि एम्बुलेंस सेवा कितनी महत्वपूर्ण स्थान रखता है स्वास्थ्य व्यवस्था में इसका वर्णन करने की कोई आवश्यकता नहीं है इससे सभी पाठक गण भली-भांति अवगत हैं। इसलिए कम्पनी के विरोध में अब एम्बुलेंस कर्मियों के साथ साथ आम आवाम को अपनी आवाज बुलंद करने का निर्णय होगा।तब कुम्भकरणी निंद्रा में सोई 102 एम्बुलेंस संचालक पीडीपीएल कम्पनी का निंद्रा खुलेगा।तब उन्हें अहसास होगा कि राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की धरती बरौनी से निकली चिंगारी ने राज्य में कितनी तहलका मचा दिया है। राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की पंक्ति में सिंहासन ख़ाली करो की जनता आ रही है।

बेगूसराय बीहट संवाददाता धरमवीर कुमार की रिपोर्ट

 

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