कविवर रामावतार यादव “शक्र“ को 35वीं पुण्यतिथि पर लोगों ने किया याद

कवि किसी जाति व धर्म के नहीं बल्कि कवि तो राष्ट्र और समाज के धरोहर होते हैं- कमल वत्स

कवि किसी जाति व धर्म के नहीं बल्कि कवि तो राष्ट्र और समाज के धरोहर होते हैं- कमल वत्स

डीएनबी भारत डेस्क 

कविवर रामावतार यादव “शक्र“ की 35 वीं पुण्यतिथि
शनिवार को सिमरिया दो के रूपनगर में एक सादे समारोह में मनाया गया। इस अवसर पर साहित्यकारों, जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणों व बुद्धिजीवियों ने शक्र की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा निवेदित किया। माल्यार्पण के तत्पश्चात परिचर्चा का आयोजन किया गया।

वहीं परिचर्चा पर संविधान बचाओ आंदोलन के संयोजक कमल वत्स ने कहा कवि किसी खास जाति व धर्म का नहीं होते बल्कि कवि तो राष्ट्र और समाज के धरोहर होते हैं। आज़ शक्र की रचनाओं का प्रकाशन आवश्यक है। वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राजद नेता रामानन्द प्रसाद यादव ने कहा कि कविवर शक्र किसी परिचय के मोहताज नहीं थे।

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वे अपने जमाने के सभी लब्धप्रतिष्ठित कवि थे जिनकी रचनाएं पत्र पत्रिकाओं में छपते रहे थे। इनके हस्तलिखित पत्रिका का नाम चिंगारी और कुसुम था। कार्यक्रम का संचालन करते हुए दिनकर पुस्तकालय सिमरिया के सचिव संजीव फिरोज ने कहा कि शक्र की रचना का प्रकाशन और शक्र द्वार निर्माण का काम अधूरा है, जिसे पूरा करना है।

साहित्यकार सह वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण प्रियदर्शी ने कहा कि शक्र हमारे धरोहर हैं। उनकी रचनाओं के प्रकाशन को ले लंबे समय से प्रयास चल रहा है। नई ऊर्जा के साथ हमलोग लगें और आनेवाली पीढ़ी कवि को ना भूल पाए, इसके लिए उनकी रचनाओं को प्रकाशित कराने हेतु धन संग्रह के लिए एक मजबूत टीम बने।

दिनकर पुस्तकालय के सलाहकार सदस्य लक्ष्मणदेव कुमार ने कहा कि शक्र की उपलब्ध रचनाओं को स्कूली बच्चों के बीच ले जाने की जरूरत है। साथ ही शक्र पुस्तकालय के नियमित संचालन के एक लिए एक कमिटी निर्माण का सुझाव दिया। डॉ राजकुमार आजाद ने कहा कि अपने पुरखों को याद करना खुद को जिंदा रखने के बराबर है। उन्होंने कहा कि संकीर्णताओं को मुक्त करके कवि के रूप में शक्र को प्रतिष्ठित करना जरूरी है।

वहीं मौके पर उपेन्द्र यादव, अशोक पासवान, सुरेन्द्र दास, विद्यासागर ठाकुर, वकील रजक, कृष्णनंदन यादव, विजेन्द्र कुमार, जितेन्द्र ठाकुर, विश्वनाथ अंशुमाली, शंकर सिंह आदि ने शक्र के व्यक्तित्व व कृतित्व पर विस्तार से अपने विचार रखे। मौके पर राजेन्द्र दास, राजकुमार यादव, संजीत साह, संजीव कुमार, रविराज, हरदेव पासवान, अंकुश कुमार, रोहित कुमार, अविनाश कुमार सहित अन्य उपस्थित थे।

बेगूसराय बीहट संवाददाता धर्मवीर कुमार 

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