डोर टू डोर कचड़ा संग्रह नहीं हो पाता है दैनिक रूप से नाले की उड़ाही होनी चाहिए वह भी नहीं हो पा रहा है-ऋषिकेश कुमार

 

सिमरिया धाम में कचड़ा डैम्प करना चाहिए लेकिन एन एच किनारे या किसी वार्ड के सड़क पर कचड़े को डम्प कर दिया जाता है।

डीएनबी भारत डेस्क

नगर परिषद् बीहट की साफ़ – सफ़ाई का कार्य कुल 37 वार्डों में लगभग 25 लाख रुपया प्रति महीने पर कार्य कर रही थी। जिसे बढ़ा कर 1से 25 वार्डों में 25 लाख 96 हज़ार 60 रुपया किया गया है। उसी आधार पर बाक़ी 12 वार्डों के सफ़ाई के नाम पर खर्च किए जाएंगे। जबकि बचे 12 वार्डों का टेंडर होना चाहिए था।

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उप मुख्य पार्षद ऋषिकेश कुमार ने कहा कि प्रति वार्ड पर लाखों रुपये खर्च के बाद भी नियम के अनुसार डोर टू डोर कचड़ा संग्रह नहीं हो पाता है दैनिक रूप से नाले की उड़ाही होनी चाहिए वह भी नहीं हो पा रहा है।सिमरिया धाम में कचड़ा डैम्प करना चाहिए लेकिन एन एच किनारे या किसी वार्ड के सड़क पर कचड़े को डम्प कर दिया जाता है। समय समय पर एनजीओ को चुना-बिलीचिंग का छिड़काव करना चाहिए वह भी नहीं कर पाती है।

यहां तक कि डस्ट बीन में एक सप्ताह तक कचड़े का अंबार लगा रहता है। आम- जन की शिकायतों को लगातार आ रही है। बीहट बाज़ार और भिंडी बाज़ार में हज़ारों की संख्या में रोज़ लोगों का आवाजाही रहता है। ऋषिकेश कुमार ने कहा पूरे नगर की बेहतर साफ़- सफ़ाई हो इसको लेकर प्रधान सचिव नगर विकास एवं आवास विभाग को पत्राचार के माध्यम से जानकारी दी गई है।

बताते चलें कि वर्तमान में नव निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के आए अब एक वर्ष हो चला है पर नगर परिषद बीहट में विकास की किरण अबतक नहीं आई है। जनप्रतिनिधियों में उहापोह की स्थिति है कि योजनाओं को क्रियान्वित करने के तथा नए योजनाओं को संचालित करने के लिए राज्य सरकार से कब-तक राशि का आवंटन आएगी ।

बेगूसराय बीहट संवाददाता धरमवीर कुमार की रिपोर्ट

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