डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय में प्रधानाध्यापक सह शिक्षक नेता के बिगड़े बोल तो शिक्षिका ने कर दी पिटाई। ग्रामीणों की बैठी पंचायत यह वाकया वीरपुर पूर्वी पंचायत के वार्ड नं 11 में अवस्थित अम्बेडकर प्राथमिक विद्यालय में गांधी जयंती 2 अक्टूबर सोमवार को विद्यालय अवधि की बताई जा रही है। घटना को लेकर ग्रामीणों ने घटना की सूचना मुखिया को देते हुए एक बैठक आयोजित किया।
बैठक में मौजूद मुखिया प्रतिनिधि सह पूर्व मुखिया राम प्रवेश सिंह, दिलीप चौधरी, वार्ड 10 के वार्ड सदस्य प्रतिनिधि बम बम मिश्र, आदि की मौजूदगी में ग्रामीणों ने जब उक्त विद्यालय के प्रधानाध्यापक सह शिक्षक नेता राम नरेश सिंह दिनकर और शिक्षिका नीलू से अपनी अपनी बातों को रखने के लिए कहा तो प्रधानाध्यापक ने शिक्षिका नीलू पर लेट से आने, बातों को नहीं मानने, वर्ग कक्ष में पढ़ाई छोड़ सोए रहने जैसे आरोप लगाए तो वहीं शिक्षिका नीलू प्रधानाध्यापक सह शिक्षक नेता पर जातिवाद, गाली गलौज के साथ अमर्यादित भाषाओं का प्रयोग, विद्यालय अवधि में धूम्रपान करने, बिना किसी को प्रभार दिए विद्यालय छोड़ अपने निजी कामों से गायब रहने जैसे आरोप लगाए।
मौके पर मौजूद ग्रामीणों की पंचायत ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि हो सके तो दोनों शिक्षकों को अथवा प्रधानाध्यापक का यहां से तबादला किया जाय नहीं तो हम लोग उग्र आंदोलन करेंगे। मौजूद ग्रामीणों ने यह भी बताया कि आज से लगभग एक माह पूर्व भी विद्यालय अवधि में दोनों शिक्षकों में मारपीट हुई थी जिस मामले में तीन पुलिस पदाधिकारी यहां आएं थे। जो मिली भगत कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिए।
ग्रामीणों का यह भी आरोप था कि जब से राम नरेश सिंह दिनकर प्रधानाध्यापक बनें हैं तब से माह दो माह में गाली गलौज, मारपीट की घटना को ये लोग विद्यालय अवधि में अंजाम देते आ रहे हैं। थक हार कर हम लोगों ने पंचायत बुलाया है। ग्रामीणों का कहना था कि हमलोगों के बच्चे यहां पढ़ने लिखने के लिए आते हैं। ये लोग आपस में गाली गलौज करते हैं जो हमारे बच्चे पढ़ाई लिखाई को छोड़ गाली गलौज सीख कर घर जाते हैं। मौके पर मौजूद लोगों ने यह भी शिक्षकों पर आरोप लगाया कि दो माह से विद्यालय का चापाकल खराब है। बच्चे पानी पीने के लिए भटकते रहते हैं। यहां शिक्षा समिति की बैठक होती ही नहीं है।
मौके पर मौजूद मुखिया प्रतिनिधि सह पूर्व मुखिया राम प्रवेश सिंह ने ग्रामीणों को बताया कि घटना से संबंधित जानकारी प्रखंड व जिला स्तरीय पदाधिकारियों को दी गई है।