डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय के तेघड़ा प्रखंड अंतर्गत भगवानपुर चक्की गांव में गंगा नदी के भीषण कटाव ने लोगों में तबाही मचा दी है। स्थिति यह है कि विगत दो दिनों से निरंतर कटाव से किसानों की कई एकड़ में लगी लहलहाती फसल गंगा नदी में समा गयी है। वहीं कुछ लोगों का घर कटाव के मुहाने पर आ गया है। कटाव की भयावहता से वहां के लोगों में दहशत है। कटाव की रफ्तार को देखते हुये अनुमान लगाया जा रहा है कि यदि सरकारी स्तर पर कटाव की रोकथाम के लिये त्वरित कदम नहीं उठाये गये तो शीघ्र ही पूरा भगवानपुर चक्की गाँव गंगा नदी में समा जायेगा।
लोगों ने बताया कि विगत वर्ष भी कटाव की रोकथाम के लिये करोड़ों रूपये खर्च किये गये जिसके बाद कटाव की रफ्तार में कुछ कमी आयी किन्तु इस बार बाढ़ से पूर्व ही अचानक कटाव ने तेज रफ्तार पकड़ ली और देखते ही देखते किसानों की सैकड़ों एकड़ लहलहाती फसल को लील गया। भगवानपुर चक्की गाँव में अल्पसंख्यक समुदाय एवं अत्यंत पिछड़ी जाति के लोगों की आबादी है जो सम्पूर्ण आबादी की मुख्य आजीविका का साधन दैनिक मजदूरी है। लोगों के पास वास के सिवा अन्य कोई जमीन नहीं है। कटाव की चपेट में आने के बाद गाँव के लोगों के लिये निवास की समस्या उत्पन्न हो जायेगी।
हालांकि स्थानीय तेघड़ा विधायक रामरतन सिंह सहित जल संसाधन विभाग के कई अधिकारियों ने कटाव स्थल पर पहुँच कर स्थिति का जायजा लिया है लेकिन अब तक कटाव की रोकथाम के लिये कोई कदम नहीं उठाये गये हैं। जिला परिषद सदस्या रीता देवी, अधिवक्ता सह सामाजिक कार्यकर्ता शशिभूषण भारद्वाज, जदयू प्रदेश सचिव रीना चौधरी, राजद नेता मकबूल आलम, भाजपा नेता राजेश कुमार गुड्डू आदि ने भगवानपुर चक्की गाँव में शीघ्र कटाव निरोधक कार्य शुरू करने करने की माँग की है।
तेघड़ा, बेगूसराय से शशिभूषण भारद्वाज